army-strikes-pahalgam-attack-Pakistan-kundli-forecast-shani-guru-impact | पाकिस्तान की कुंडली आ गई हाथ में, अब जो होगा उसे दुनिया देखेगी!

Pahalgam Attack: भारतीय ज्योतिष के शास्त्रों से यह स्पष्ट होता है कि जब दो देशों की कुंडलियां टकराती हैं, तो युद्ध केवल शस्त्रों से नहीं, बल्कि संकल्प और समय से होता है. पाकिस्तान की कुंडली इस समय क्या कहती है, भारत का अगला कदम क्या होगा ? ग्रहों की गणना से जानते हैं.

भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है. ‘बृहत पाराशर होरा शास्त्र’ के अनुसार वृषभ लग्न की कुंडली हो तो ऐसा राष्ट्र धैर्यवान, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और आर्थिक दृष्टि से स्थिर होते है. दशम भाव में सूर्य-बुध की युति प्रशासनिक शक्ति और नीति निर्माण में मजबूती दर्शाती है.

चंद्र-गुरु का संयोग वैश्विक सहानुभूति और जनता का विश्वास सुनिश्चित करता है. इस पहलगाम आतंकी घटना के बाद दुनिया के प्रमुख देश भारत के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, वहीं पाकिस्तान एक बार फिर इस पूरे मामले में अलग-थलग दिख रहा है. 

पाकिस्तान की कुंडली में लिखा उसका आने वाला भविष्य (Pakistan Kundli)
पाकिस्तान की कुंडली मेष लग्न की है, जिसका स्वामी मंगल होता है. यही कारण है कि पाकिस्तान की पहचान एक उग्र राष्ट्र, जल्दबाज और अस्थिर निर्णयों से प्रभावित देश की है.

पाकिस्तान की कुंडली में अष्टमस्थ केतु, सप्तम में शनि और द्वादश में गुरु-सूर्य की युति, ये सब संकेत हैं भीतर से खोखले और अस्थिर शासन व्यवस्था के. ज्योतिष के अनुसार ‘जब राष्ट्र की नींव में राहु और केतु सक्रिय हों, तब वहां भ्रम, आतंक और आत्मविनाश के संकेत प्रबल हो जाते हैं.’

‘फलदीपिका’ के अनुसार जब राहु की अंतरदशा में शुक्र की महादशा हो तो राष्ट्र आत्मविनाश की दिशा में बढ़ता है. पाकिस्तान की भी स्थिति कुछ ऐसी ही बन रही है. आने वाले दिनों में इस परिणाम भी दिखाई देंगे.

भारत और पाकिस्तान की सेना, ज्योतिषीय तुलना
भारत की कुंडली में दशमस्थ सूर्य-बुध, अनुशासन, रणनीति, तकनीकी उन्नति का प्रतीक है तो वहीं पाकिस्तान की कुंडली में दशमेश शनि सप्तम में हैं जो सेना की सत्ता में दखल और राजनीतिक अस्थिरता की दर्शाता है. ज्योतिष ग्रंथ ‘जातक पारिजात’ में बताया गया है जब दशमेश शनि शत्रु दृष्ट हो, तब सेना राष्ट्र की नीति नहीं, अपनी सत्ता चलाती है.’

पाकिस्तान, उसी भाषा में मिलेगा जवाब!
ग्रहों की चाल से स्पष्ट है कि पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हमला एक सुनियोजित घटना है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी समाने आता रहेगा कि ये हमला एक सोची-समझी साजिश थी और पाकिस्तान की कुंडली में सक्रिय राहु-केतु इस प्रकार की घटनाओं को पोषित करते हैं.

पाकिस्तान की कुंडली के दूसरे यानि वाणी भाव में पाप ग्रह राहु विराजमान है. ज्योतिष की मानें तो ‘राहु जब वाणी और केतु जब गुप्त भाव में हो, तब षड्यंत्र और आतंक ही उसकी भाषा बनते हैं.’

पाकिस्तान का अब होगा क्या? ग्रहों की चाल से समझें
शुक्र महादशा चल रही है, जो पाकिस्तान की कुंडली में द्वादश भाव में स्थित है, व्यय, विदेशी ऋण और हानि का कारक. इस पर राहु की अंतरदशा एक अतिरिक्त भ्रम और अस्थिरता उत्पन्न कर रही है.

फलं दीपिका के अनुसार जब शुक्र द्वादश भाव में हो और राहु की दशा में आए, तब राष्ट्र ऋण, विदेशी दबाव और जनता के असंतोष का शिकार होता है. यही स्थिति आज पाकिस्तान के साथ हो रही है. IMF से लगातार कर्ज की याचना. पाकिस्तान की करेंसी में लगातार गिरावट, महंगाई और बेरोजगारी किसी छिपी नहीं है. सेना और नागरिक शासन के बीच शक्ति संघर्ष जैसी स्थितियां भी जगजाहिर हैं.

कर्मों का हिसाब तो होकर रहेगा!
मंगल, जो सेना, शौर्य और आक्रामकता का प्रतिनिधि ग्रह है, पाकिस्तान की कुंडली में कमजोर स्थित में विराजमान है. कुंडली का अष्टम भाव गोपनीयता, षड्यंत्र, और अनियंत्रित शक्तियों का कारक है.

यहां पाप ग्रह की दृष्टि है, सारावली ग्रंथ में लिखा है कि अष्टमस्थ मंगल राष्ट्र के सैन्य ढांचे में असंतुलन और आंतरिक विद्रोह का सूचक है. इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में पाकिस्तान की सेना राजनीतिक व्यवस्था से टकराव में आ सकती है या फिर उसके भीतर विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

वर्तमान में पाकिस्तान की कूटनीति असफल होती दिख रही है, कई वैश्विक मंचों पर अलग-थलग पड़ने जैसी स्थिति भी दिखाई दे रही है. इस घटना के बाद उसे कहीं ठिकाना मिलता नहीं दिख रहा है.

पाकिस्तान की कुंडली में वर्तमान ग्रह दशाएं स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि यह राष्ट्र एक गहरे संकट के मुहाने पर खड़ा है. आर्थिक अस्थिरता, सैन्य बिखराव, आंतरिक द्वंद्व और अंतरराष्ट्रीय अलगाव, ये सब उसके कर्मों का हिस्सा हैं जिसकी भविष्यवाणी बृहत संहिता, फलदीपिका, सारावली, और जातक पारिजात जैसे ग्रंथों में विस्तार से की गई है.

भारत छोड़ेगा नहीं, जो उस पर बुरी नजर डालेगा
भारत की कुंडली मजबूत, सुसंगठित और धर्म-नीति आधारित है. पहलगाम की घटना केवल एक चेतावनी नहीं थी, वह एक शुरुआत है. आने वाले समय में भारत अपने शत्रुओं को परास्त करने की दिशा में अग्रसर है.

भारत की कुंडली (Inida Kundli) में मजबूत ग्रह स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि भारत इस मामले में सख्त कदम उठान से पीछे नहीं हटेगा. शनि जहां कठोर दंड देने के लिए प्रेरित करेंगे वहीं गुरु की भूमिका वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को पूरी तरह से बेनकाब करेगी. मंगल की स्थिति आने वाले दिनों में किसी बड़े एक्शन के संकेत दे रही है.

प्रश्नमार्ग ग्रंथ में उल्लेख है कि जब दशमस्थ शनि-गुरु महादशा (Shani-Guru) में आता है, तब राष्ट्र न्याय के पथ पर सशक्त होकर आगे बढ़ता है और शत्रुओं को परास्त करता है. यही कारण है कि पहलगाम की घटना के बाद भारत की प्रतिक्रिया सशक्त, नियंत्रित और निर्णायक रही है.

Read More at www.abplive.com