Be careful Is anyone else misusing your Aadhaar number Know how to find out

Aadhaar Misuse Check: आज के समय में आधार कार्ड एक बेहद ज़रूरी दस्तावेज़ बन चुका है. चाहे यात्रा करनी हो, स्कूल/कॉलेज में एडमिशन लेना हो या बैंक खाता खोलना हो, हर जगह पहचान के लिए आधार नंबर मांगा जाता है. इससे सरकारी सेवाओं और बैंकिंग सुविधाओं का लाभ लेना आसान हो गया है.

लेकिन जितना ज्यादा इसका इस्तेमाल बढ़ा है, उतना ही यह धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का निशाना भी बन गया है. कई बार बिना हमारी जानकारी के कोई और हमारे आधार का इस्तेमाल कर सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हम समय-समय पर जांचते रहें कि कहीं हमारे आधार का गलत इस्तेमाल तो नहीं हो रहा है.

कैसे पता करें कि आपके आधार का इस्तेमाल कहां-कहां हुआ है?

UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने ‘Authentication History’ नाम से एक ऑनलाइन सुविधा दी है, जिससे आप देख सकते हैं कि आपके आधार का कब और कहां इस्तेमाल हुआ.

यहां जानिए स्टेप-बाय-स्टेप तरीका

1. सबसे पहले आपको myAadhaar पोर्टल जाना होगा. 
2.  वहां अपना 12-अंकों का आधार नंबर और कैप्चा कोड भरें. फिर ‘Login with OTP’ पर क्लिक करें और अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP से लॉगिन करें.
3. लॉगिन के बाद ‘Authentication History’ ऑप्शन पर क्लिक करें और वो तारीख चुनें जिसके बीच की जानकारी आप देखना चाहते हैं.
4. वहां आपके आधार का जितना भी इस्तेमाल हुआ है उसकी लिस्ट आ जाएगी. अगर कोई संदिग्ध या अनजानी जानकारी दिखे तो तुरंत रिपोर्ट करें.

अगर कुछ गड़बड़ लगे तो कहां शिकायत करें?

अगर इस प्रक्रिया में आपको कुछ गड़बड़ लग रहा है तो आप UIDAI की हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं. या फिर [email protected] पर ईमेल भेज सकते हैं. 

वहीं अगर आप चाहते हैं कि कोई भी आपकी उंगलियों के निशान या आंखों की स्कैन का गलत फायदा न उठा सके, तो आप अपने आधार की बायोमेट्रिक जानकारी को लॉक कर सकते हैं.

बायोमेट्रिक लॉक करने का तरीका

1. UIDAI की वेबसाइट पर जाएं और “Lock/Unlock Biometrics” सेक्शन में जाएं.
2. Virtual ID (VID), नाम, पिन कोड और कैप्चा डालें.
3. OTP से सत्यापन करें और फिर बायोमेट्रिक्स लॉक कर दें.

कुछ जरूरी सलाह

  • समय-समय पर अपने आधार की एक्टिविटी चेक करते रहें.
  • आधार की डिटेल्स जैसे मोबाइल नंबर, पता और बायोमेट्रिक्स अपडेट करते रहें- खासकर अगर आपने पिछले 10 सालों से अपडेट नहीं किया है, या कोई एक्सीडेंट हुआ हो जिससे बायोमेट्रिक्स बदल गया हो, या फिर बच्चे ने 15 साल की उम्र पूरी कर ली हो.

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