Astrology Jupiter and Saturn will decide the future shani dev guru jodi accounting of deeds will begin after today

Astrology: ज्योतिष शास्त्र में गुरु देव बृहस्पति को धर्म, ज्ञान, भाग्य, विद्या,विवाह, सौभाग्य और सद्कर्मों के प्रतीक माना गया है. गुरु देव बृहस्पति की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है.बृहस्पति को 9 ग्रहों में से एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है. बृहस्पति देव को  शिव जी की कठोर साधना कर देवगुरु का पद प्राप्त हुआ था.

न्याय के देवता शनि देव इस समय गुरु की राशि मीन में गोचर कर चुके हैं. शनि ग्रह को दुख, रोग, पीड़ा, लोहा, सेवक का कारक माना गया है. शनि और गुरु की जोड़ी कई राशियों के लिए फलदाई साबित होगी.

ग्रहों की स्थिति व्यक्ति के जीवन में आने वाली चुनौतियों और अवसरों को प्रभावित करती है. गुरु और शनि ज्योतिष में जब एक साथ आते हैं तो इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ये दोनों ग्रह अलग-अलग प्रकार के प्रभाव डालते हैं, लेकिन जब ये एक साथ होते हैं, तो उनके प्रभाव और भी शक्तिशाली हो जाता है.

इन राशियों को होगा लाभ
शनि के गुरु की राशि मीन राशि में गोचर से कुछ राशियों के लिए किस्मत चमक सकती है और धन-दौलत में वृद्धि हो सकती है.

वृषभ राशि (Taurus)-
वृषभ राशि वालों के लिए शनि का गोचर बहुत शुभ और फलदायी रहेगा. इस दौरान धन-दौलत में अपार बढ़ोतरी हो सकती है और रिश्तों में सुधार होगा.

मकर राशि (Capricorn)-
मकर राशि वालों को शनि और गुरु की जोड़ी से लाभ मिलेगा. मकर राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल गई है. जिससे मीन राशि वालों के कार्य बनेंगे और अटके हुए काम पूरे होंगे.

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