Vastu Dosh at home causes mental depression vastu tips to remove stress

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र वास्तुकला का एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो सामंजस्यपूर्ण रहने की जगह बनाने में मदद करने के लिए कई सिद्धांत और सुझाव प्रदान करता है. घर या कार्यालयों पर लागू किए गए सिद्धांत स्थान में भाग्य, प्रचुरता और अच्छे स्वास्थ्य को आकर्षित करने में मदद करते हैं.

वास्तु सिद्धांतों की अवहेलना करने वाले घर नकारात्मकता, वित्तीय नुकसान या रिश्ते की परेशानियों का कारण बन सकते हैं.  कई तरह के उल्टे सीधे विचार आते जाते रहते हैं. दरअसल वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय वास्तुकला और डिजाइन प्रणाली है, जिसका उद्देश्य रहने और काम करने की जगहों के भीतर ऊर्जा प्रवाह को सामंजस्य और संतुलित करना है.

वास्तु के उपाय का लाभ

घर में वास्तु का सही ध्यान रखा जाए तो परिवार के सदस्यों की उन्नति होती है और मानसिक शांति का अनुभव होता है. वहीं घर में अगर वास्तु दोष होता है तो रहने वाले सदस्यों के जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं, कोई ना कोई सदस्य बीमार रहता है आदि कई तरह की समस्याएं बनी रहती हैं. घर में मौजूद चीजें सही दिशा में ना होने की वजह से वास्तु दोष निर्मित होता है.

वास्तु दोष

वास्तु दोष का अर्थ है रहने की जगह में ऊर्जा का असंतुलन. यह असंतुलन केवल कमरों, फर्नीचर या यहां तक कि रंगों के अनुचित स्थान के कारण उत्पन्न होता है. माना जाता है कि घर में वास्तु दोष की उपस्थिति नकारात्मकता पैदा करती है और व्यक्ति के समग्र विकास को भी रोकती है. वास्तु दोष के कुछ प्रमुख संकेत अक्सर बहस, वित्तीय परेशानियाँ या सोने में कठिनाई हैं. हालाँकि, किसी को वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए और घर में सामंजस्य स्थापित करने के लिए उचित उपाय करने चाहिए.

वास्तु दोष के संकेत

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस घर में बार बार लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा हो या ना चाहने पर भी बेवजह के खर्चे अचानक सामने आ जाते हैं तो इसका मतलब है कि आपके घर में वास्तु दोष है. वहीं अगर घर में कोई ना कोई सदस्य लगातार बीमार रहता है और इलाज के बाद भी बीमारी सही नहीं हो रही है तो यह लक्षण वास्तु दोष के हैं.

पारिवारिक कलह

तनावपूर्ण पारिवारिक माहौल या परिवार के सदस्यों से बार-बार बहस होना भी वास्तु दोष का संकेत है. परिवार के भीतर अलगाव असंगति का संकेत हो सकती है.

मानसिक तनाव

जिस घर में वास्तु दोष होता है, उस घर में लोगों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है. घर के सदस्यों में आपसी प्रेम खत्म हो जाता है और छोटी छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा या वाद विवाद बना रहता है तो इसका मतलब है कि घर में वास्तु दोष है. घर के सदस्यों की चिंता हमेशा लगे रहना और उसकी वजह से नींद ना आना वास्तु दोष की तरफ इशारा करता है.

नकारात्मक विचार

जिस घर में वास्तु दोष होता है, उस घर के सदस्य सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन असफल हो जाते हैं. घर के सदस्य हर समय सुस्ती महसूस करते हैं या दिन भर में फोन या टीवी में लगे रहते हैं. वहीं दिमाग में बार बार आना या जीवन को समाप्त करने के बारे में सोच रहे हैं तो घर का वास्तु सही नहीं है.

नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह

कई बार घर का मेन गेट सही दिशा में ना होने की वजह से घर का वास्तु खराब हो जाता है और रहने वाले सदस्यों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जब किसी व्यक्ति की ग्रहों की दशा खराब हो जाती है तब नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह प्रारंभ हो जाता है, ऐसी परिस्थितियों में भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

मुरझा रहे पौधे

अगर आपके घर में रखे पौधे मुरझा रहे हैं, खाद-पानी देने के बाद भी वो पनप नहीं पा रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपके घर में वास्तु दोष हो सकता है. वास्तु दोष होने पर आप पौधों की कितनी भी देख रेख क्यों न करें वो फल-फूल नहीं पाते.

तबीयत बार-बार खराब

अगर आपकी या आपके घर के सदस्यों की तबीयत बार-बार खराब होती है, और बीमारियों के कारण आपका पैसा खर्च होता रहता है, तो समझ जाइए वास्तु दोष आपके घर में मौजूद है. इसके साथ ही वास्तु दोष के कारण सिर, जोड़ों या कमर का दर्द भी आपको सता सकता है.

दुर्घटनाएं होना

अगर आपके साथ अचानक दुर्घटना होती है, आपको बार-बार बुरी खबरें सुनाई देती है तो ये भी वास्तु दोष होने का संकेत माना जाता है. ऐसी स्थिति में आपको शारीरिक, मानसिक कष्ट झेलने पड़ सकते हैं और आपके साथ ही घर वालों के साथ भी अनहोनी हो सकती है.

इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब

अगर आपके घर का इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे- टीवी, फ्रिज, मोबाइल आदि बार-बार खराब होते रहते हैं तो ये भी वास्तु दोष होने का संकेत है. इन चीजों के खराब होने से आपके खर्चे बढ़ते हैं और आप आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं.

वास्तु दोष दूर करने के उपाय

घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए समय समय पर रामचरितमानस का पाठ या सुंदरकांड का पाठ करवाते रहें. वहीं घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष निर्माण हो रहा है तो पहले एक कपूर की टिकिया रख दें. जब वह टिकिया गलकर खत्म हो जाए तो दूसरी टिकिया रख दें.इस तरह कपूर की टिकिया को बदलते रहेंगे तो वास्तु दोष नहीं होगा.

वास्तु विशेषज्ञ नीतिका शर्मा ने बताया कि घर के मेन गेट पर हर रोज हल्दी और कुमकुम से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं, ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वास्तु दोष भी खत्म हो जाता है. परिवार में लोगों के बीच लड़ाई झगड़ा रहता है तो पोछा लगाते समय पानी में थोड़ा सा नमक डाल दें और फिर पोछा दें. वहीं किचन के अग्निकोण में लाल बल्ब लगाकर रखें, ऐसा करने से दोष दूर होता है और घर में सुख शांति और समृद्धि आती है.

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