Market Outlook: बाजार में पिछले कुछ दिनों से तूफानी तेजी चल रही है। बैंक निफ्टी नए शिखर के करीब पहुंच गया है। ऐसे में क्या बाजार का बॉटम बन गया है। अब किन सेक्टर्स पर फोकस किया जाए। बाजार के आगे की चाल पर बात करते हुए मार्केट एक्सपर्ट आनंद टंडन ने कहा कि बाजार कहां और कौन सी दिशा लेगा यह कहना मुश्किल है। दुनिया के 2 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (अमेरिका और चाइना) ने आपस में एक दूसरे पर 100 फीसदी से ऊपर का टैरिफ लगा दिया है जिसके बाद वहां के बाजारों में वॉल्यूम कम हो जाएगा। यूएस की तरफ जाने वाले कंटेनर आधे से ज्यादा कम हो गए है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर पूरी ग्लोबल इकोनॉमी में 1 फीसदी सेज्यादा की गिरावट होने की संभावना है तो ऐसा नहीं हो सकता है कि दुनिया में कोई भी इकोनॉमी जहां पर उसका निगेटिव प्रभाव ना पड़े। ऐसे में बाजार में टैरिफ को लेकर अनिश्चितता अभी भी कायम है। क्योंकि चीन और भारत से टैरिफ पर कोई समझौता अभी नहीं हुआ है।
आईटी सेक्टर में नौकरियां घटी तो खपत पर पड़ेगा असर
आईटी सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर को लेकर चुनौतियां बनी हुई है। हो सकता है AI के कारण नियर टर्म में कंपनियों के मार्जिन में सुधार दिखे। लेकिन आईटी प्रोफेशनल की जो रिक्वायरमेंट होती है बेसिक कोडिंग वो भी कम हो रही है। ऐसे में आईटी सेक्टर में नौकरियां घटी तो खपत पर असर पड़ेगा । साथ ही रियल एस्टेट पर भी दबाव दिखेगा।
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां बेहतर, रियल एस्टेट पर अंडरवेट
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां बेहतर नजर आ रही है। रियल एस्टेट को इन्वेस्ट करने के लिए हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां बेहतर तरीका है। हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां लेडिंग बढ़िया है साथ ही इसमें रेगुलर ग्रोथ की संभावना भी है। जहां तक रियल एस्टेट कंपनी की बात है तो यहां से डिमांड पीक हो चुका है। रियल एस्टेट में इवेंट्री बढ़ती नजर आएगी और दाम कम होते दिखाई देंगे। जिसके चलते रियल एस्टेट पर अंडरवेट नजरिया बना है। रियल एस्टेट में आगे दाम घट सकते है।
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