Shani Dev: क्या आपके करियर में अचानक कोई संकट आ सकता है? क्या आपकी मेहनत के बावजूद आपको वह परिणाम नहीं मिल रहे हैं, जिसकी आप उम्मीद कर रहे थे? अगर आप कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करते हैं, तो 21 अप्रैल 2025 से शुरु हो रहा सप्ताह आपके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है. शनि देव का खतरनाक प्रभाव इस सप्ताह आपको चौंका सकता है.
क्या आप तैयार हैं? अगर नहीं, तो जानिए कैसे शनि देव इस सप्ताह आपके करियर को संकट में डाल सकते हैं और क्या उपाय हैं जिनसे आप इससे बच सकते हैं.
शनि देव का प्रभाव: क्या हो सकता है खतरनाक?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव का प्रभाव जीवन के हर पहलू पर पड़ता है, लेकिन उनका असर खासकर कर्म और कार्यक्षेत्र पर गहरा होता है. 21 अप्रैल 2025 को शनि का विशेष प्रभाव कॉर्पोरेट जगत के कर्मियों पर पड़ सकता है. अगर आप कार्यस्थल पर संघर्ष कर रहे हैं या कुछ समस्याएं झेल रहे हैं, तो शनि का ये प्रभाव आपके लिए एक चेतावनी हो सकता है.
शनि देव का प्रभाव और शास्त्रों में उल्लेख
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्मफलदाता माना गया है. शनि के प्रभाव का उद्देश्य जीवन में जिम्मेदारी और सच्चाई को स्थापित करना होता है. यह ग्रह व्यक्ति को उसकी कर्मों का फल देता है, ताकि वह अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सके. जब शनि किसी व्यक्ति की कुंडली में कमजोर स्थिति में होते हैं या उनके ऊपर विशेष दृष्टि डालते हैं, तो यह जीवन में कठिनाइयां और चुनौतियां उत्पन्न करता है. शनि के विषय में शास्त्रों में यह स्पष्ट रूप से बताया गया है कि वह न केवल कड़ी मेहनत का फल देते हैं, बल्कि गलतियों का भी कठोर दंड देते हैं.
बृहत्पाराशर होरा शास्त्र में कहा गया है, ‘शनि ग्रह साक्षात् कर्मफलदाता है, जो व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों का फल देता है. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नहीं है तो उसे उसके कर्मों का परिणाम कठोरता से भुगतना पड़ता है.’
गरुड़ पुराण में शनि देव के प्रभाव को लेकर कहा गया है, ‘शनि देव का प्रभाव जीवन में कष्ट और संघर्ष लेकर आता है, ताकि व्यक्ति अपने कर्मों का सही मूल्यांकन कर सके.’
शनि मीन राशि में, करियर संकट!
अप्रैल 2025 में शनि देव का मीन राशि में गोचर, जो पहले से ही शनि की कड़ी दृष्टि का कारण बन चुका है, कॉर्पोरेट जगत में काम करने वालों के लिए एक बड़ा संकट उत्पन्न कर सकता है. शनि की मीन राशि में स्थिति कमजोर होती है, और इस स्थिति में शनि का प्रभाव करियर में समस्याएं और विफलताएं ला सकता है. यह समय कार्यस्थल पर अवरोध, मनमुटाव, और गलत निर्णय का कारण बन सकता है.
शनि का मीन राशि में गोचर उनके कर्मफल देने की प्रकृति को और कड़ा बना देता है, और यदि किसी ने अपने करियर में कुछ गलत किया है, तो वह उसका परिणाम भुगत सकता है. खासकर यदि आप सैलरी और कर्मचारी प्रबंधन के क्षेत्र से जुड़ी ज़िम्मेदारी संभालते हैं, तो शनि का यह प्रभाव आपके कार्य में असंतुलन और समस्याएं उत्पन्न कर सकता है.
राशिफल (Rashifal April 2025)
मेष राशि (Aries): मेष राशि के जातकों के लिए इस समय शनि का मीन राशि में गोचर उनका करियर प्रभावित कर सकता है. यह समय आपके लिए अस्थिर हो सकता है, और किसी पुरानी गलती का सामना कर सकते हैं. शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए आपको बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है. करियर में बड़े फैसले लेने से पहले खुद से हर पहलू पर विचार करें.
वृष राशि (Taurus): वृष राशि के जातकों को शनि का मीन राशि में गोचर उनकी कार्यक्षमता और कार्यस्थल पर संतुलन बनाए रखने के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति में डाल सकता है. शनि के प्रभाव से आपके काम में अड़चनें आ सकती हैं, और सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं. इस समय आपको शांत और धैर्यवान रहने की आवश्यकता होगी.
कन्या राशि (Virgo): कन्या राशि के जातकों के लिए इस समय शनि का प्रभाव परेशान कर सकता है. शनि की कुदृष्टि से करियर में असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है, और काम में रुकावटें आ सकती हैं. यदि आप अपने कार्य पर ध्यान नहीं देंगे, तो इस समय आपकी मेहनत का फल उलटा भी हो सकता है. अपने कार्यों में स्पष्टता और ईमानदारी बनाए रखें.
धनु राशि (Sagittarius): धनु राशि के जातकों को शनि का मीन राशि में गोचर लंबी दूरी के लाभ का संकेत दे रहा है. हालांकि आपको शुरुआत में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन मेहनत और परिश्रम के साथ यह समय आपको अंततः सफलता की ओर ले जाएगा. शनि का प्रभाव आपके आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए संयम और संतुलन बनाए रखें.
मीन राशि (Pisces): मीन राशि के जातकों के लिए शनि का मीन राशि में गोचर उनके करियर के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है. कार्यस्थल पर अप्रत्याशित बदलावों का सामना करना पड़ सकता है, और पुराने कार्य संबंधी समस्याएं सामने आ सकती हैं. इस समय शनि का प्रभाव आपके लिए तनावपूर्ण हो सकता है, लेकिन अगर आप संयम बनाए रखते हैं, तो अंततः आपकी मेहनत रंग लाएगी.
शनि की कुदृष्टि और करियर पर असर
शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए विशेष रूप से अहंकार और मनमानी से बचने की सलाह दी जाती है. शास्त्रों में यह कहा गया है कि शनि के प्रभाव को शांत करने के लिए व्यक्ति को अपने कार्यों में ईमानदारी और परिश्रम से काम करना चाहिए. इस समय अगर आप अपनी मेहनत और संघर्ष में निरंतरता बनाए रखते हैं, तो शनि की कुदृष्टि को कम किया जा सकता है.
शनि उपाय (Shani Ke Upay)
शनिवार का व्रत और पूजा: शास्त्रों में शनिवार को शनि देव की पूजा का महत्व बताया गया है. ‘शनि महापुराण’ में कहा गया है कि शनि को पूजा और दान करने से उनके प्रभाव को कम किया जा सकता है. खासकर शनिवार को काले तिल, सरसों का तेल और काले वस्त्रों का दान शनि के प्रभाव को शांत करता है.
शनि मंत्र का जाप: शनि मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का जाप भी शनि के प्रभाव को शांत करने के लिए किया जाता है. यह मंत्र विशेष रूप से शनिवार के दिन शांति और समृद्धि लाने में मदद करता है.
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