एशियाई शेयर बाजारों में मामूली बढ़त के साथ वोलैटिलिटी देखने को मिल रही है। निवेशक लंबे नजरिए से दांव लगाने से पहले टैरिफ पर होने वाली बातचीत और इसके नतीजों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जापान के शेयर बाजार में मामूली बढ़त के साथ उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा। हालांकि गुड फ्राइडे की छुट्टी के कारण अधिकांश दूसरे बाजार बंद हैं।
फेडरल रिजर्व द्वारा बाजारों को समर्थन देने के विचार पर जेरोम पॉवेल के पीछे हटने से निराशा हुई है। इसके चलते कल अमेरिकी इक्विटी बाजारों में भी वीकली बेसिस पर गिरावट देखने को मिली। ट्रेजरी यील्ड में गुरुवार को साप्ताहिक बढ़त कम हुई,जबकि डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई और यह लगातार तीसरे सप्ताह नुकसान में रहा।
अमेरिकी इंडेक्स एक दायरे में अटके हुए हैं। ट्रेडरों की नजरें अलग-अलग देशों के साथ होने वाली अमेरिकी ट्रेड डील पर टिकी हुई हैं। बीजिंग ने बुधवार को संकेत दिया है कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के साथ बातचीत के लिए सहमत है लेकिन उसकी अपनी भी कुछ शर्तें हैं।
इस बीच ट्रंप ने कहा है कि वह चीन पर टैरिफ बढ़ाने की इच्छा नहीं रखते हैं, क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बाधित हो सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजिंग ने बार-बार डील करने के लिए बातचीत करने का प्रयास किया है। फिर भी, अमेरिकी प्रशासन ने अमेरिकी बंदरगाहों पर डॉकिंग करने वाले चीनी जहाजों पर टैरिफ लगाने के लिए कदम उठाए है। जिससे ग्लोबल शिपिंग रूट में उथल-पुथल मचने और दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड वार बढ़ने का खतरा है।
अमेरिक के इस कदम के बाद एशियाई शिपिंग शेयरों में उछाल आया है। जापान की तीन सबसे बड़ी शिपिंग लाइनों के शेयरों में बढ़त देखने को मिली है। कावासाकी किसेन कैशा लिमिटेड के शेयरों में 3.9 फीसदी की बढ़त आई है। दक्षिण कोरिया की एचएमएम कंपनी के शेयरों में 8.2 फीसदी की तेजी आई है। जबकि एसटीएक्स पैन ओशन कंपनी के शेयर 5.6 फीसदी उछल गए हैं।
Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, अगले हफ्ते निफ्टी 24200 तक जाने के लिए तैयार
उधर जापान में पिछले महीने रिटेल महंगाई तेजी से बढ़ी है। जिससे केंद्रीय बैंक के दरों में धीरे-धीरे बढ़त के रुख को सपोर्ट मिला है। मार्च महीने में ताजा खाने-पीने की चीजों को छोड़कर अन्य उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में एक साल पहले की तुलना में 3.2 फीसदी की बढ़त हुई है,जबकि पिछले महीने में 3 फीसदी बढ़त हुई थी।
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