नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल का नाम क्यों, वो सबकुछ जो जानना जरूरी? अब आगे क्या

नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। चार्जशीट में इन तीनों के अलावा सुमन दुबे और अन्य लोगों का नाम भी शामिल किया गया है। कोर्ट ने इस पर सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में 2012 में एक याचिका दाखिल की थी।

उन्होंने आरोप लगाए थे कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने गलत ढंग से यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया। दिल्ली में बहादुर शाह जफर रोड पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2 हजार करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने की मंशा से ऐसा किया गया। सुनियोजित तरीके से YIL को AJL की संपत्ति का अधिकार दिया गया था।

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जवाहर लाल नेहरू ने की थी स्थापना

नेशनल हेराल्ड की स्थापना पूर्व पीएम स्व. जवाहर लाल नेहरू ने फ्रीडम फाइटर्स के साथ मिलकर 1938 में की थी। बता दें कि AJL नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है, जिसका जिम्मा कांग्रेस पार्टी ने 26 फरवरी 2011 को लिया था, तब कंपनी के ऊपर 90 करोड़ रुपये की देनदारी बाकी थी। पार्टी ने 90 करोड़ का लोन देने के बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी की 38-38 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। बाकी 24 प्रतिशत हिस्सेदारी ऑस्कर फर्नांडीज और मोतीलाल वोरा के नाम पर थी। दोनों नेताओं का निधन हो चुका है।

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Apr 16, 2025 09:03

Edited By

Parmod chaudhary

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