shani Dev ka rahasya 16 april 2025 panchang rashifal

16 अप्रैल 2025 को शनि देव मीन राशि में स्थित होंगे, और चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में संचरण करेगा, जो शनि के प्रिय नक्षत्रों में से एक है. इस दिन का ज्योतिषीय प्रभाव अत्यधिक रहस्यमय और महत्वपूर्ण होगा. व्यतीपात योग और कृष्ण पक्ष का संयोग इस दिन को विशेष बनाता है, जिससे समाज, राजनीति और आपके व्यक्तिगत जीवन में बड़े बदलाव संभव हैं. किस प्रकार से यह दिन आपके लिए बदलाव और बड़े निर्णय लेने वाला साबित हो सकता है.”

16 अप्रैल 2025 को शनि देव (Shani Dev) अनुराधा नक्षत्र की छाया में होंगे, जो एक गहरे रहस्य और न्याय के संकेत लेकर आ रहे हैं. इस दिन व्यतीपात योग और कृष्ण पक्ष का संयोग, आपके जीवन में अप्रत्याशित बदलाव और गुप्त घटनाओं का कारण बन सकता है. शनि के इस प्रभाव से राजनीति, समाज और व्यक्तिगत जीवन पर क्या असर पड़ सकता है, जानते हैं.

पंचांग (16 April 2025 Panchang)
16 अप्रैल 2025 को शनि (Shani Dev) मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. चंद्रमा (Moon) इस दिन वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र पर संचरण करेगा, जो कि शनि का प्रिय नक्षत्र माना जाता है. साथ ही, व्यतीपात योग और कृष्ण पक्ष का संयोग इस दिन को और भी रहस्यमय बना रहा है. इस दिन कुछ विशेष संयोग भी बन रहे हैं-

  1. अनुराधा नक्षत्र: रहस्य, तपस्या, न्याय और शनि से संचालित
  2. व्यतीपात योग: अशुभ, अनहोनी, गूढ़ घटनाओं का पूर्व संकेत

शनि के संकेत? (Shani Ke Sanket)
इस दिन शनि और चंद्रमा का यह योग राजनीतिक या प्रशासनिक असंतुलन का संकेत देता है. पुराने अधूरे कर्मों का हिसाब होने वाला है. समाज में लंबे समय से चल रहे अन्याय, भेदभाव या भ्रष्टाचार के मामलों में अप्रत्याशित मोड़ आ सकते हैं. मानव चेतना पर असर: यह दिन आध्यात्मिक दृष्टि से विचार-परिवर्तन, आत्म-परीक्षण और पुनर्जागरण का द्वार खोल सकता है.

प्राकृतिक या सामूहिक घटनाएं? अनुराधा व व्यतीपात के योग से भूकंप, अग्निकांड या रहस्यमय दुर्घटनाएं संभव हैं. शनि की इस स्थिति को लेकर  पद्म पुराण और स्कंद पुराण में उल्लेख है कि, ‘जब चंद्रमा शनि के नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो अधर्मियों पर न्याय की गदा चलती है और साधकों को अद्भुत संकेत मिलते हैं.’ इसलिए 16 अप्रैल का दिन उन लोगों के लिए विशेष है जो ध्यान, साधना, आत्मनिरीक्षण करना चाहते हैं.

राशिफल 16 अप्रैल 2025 (Horoscope 16 April 2025)

  • मेष: गुस्सा व कार्य में बाधा.
  • वृषभ: मानसिक थकान और वाणी पर संयम जरूरी.
  • मिथुन: रहस्य उजागर, पुराने संबंध टूट सकते हैं.
  • कर्क: कार्यक्षेत्र में जिम्मेदारी बढ़ेगी.
  • सिंह: क़ानूनी या प्रशासनिक उलझन.
  • कन्या: पारिवारिक कलह से दूरी बनाएं.
  • तुला: शनि की कृपा से अचानक लाभ.
  • वृश्चिक: मन में गहरा द्वंद्व, निर्णय कठिन.
  • धनु: यात्राएं और मानसिक बेचैनी.
  • मकर: शनि का दोगुना प्रभाव, धैर्य जरूरी.
  • कुंभ: आत्मनिरीक्षण और परिवर्तन का समय.
  • मीन: संतान या शिक्षा से जुड़े फैसले का समय.

क्या करें? क्या न करें? (शनि उपाय)

  • शनि चालीसा, हनुमान चालीसा का पाठ.
  • काले तिल, लोहे का दान.
  • वृद्ध या श्रमिकों की सेवा.

न करें:

  • झूठ, धोखा, अभिमान.
  • श्रमिकों, नौकरों या निर्बलों से दुर्व्यवहार.

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