TCS Q4 Results Preview: आईटी सेक्टर की भारत की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services (TCS) गुरुवार 10 अप्रैल को वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजे जारी करने वाली है। TCS Q4 के नतीजों के साथ कंपनी 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाले पूरे वित्तीय वर्ष के लिए अपनी आय की भी घोषणा करेगी। भारतीय आईटी सेक्टर का Q4FY25 के दौरान मिले-जुले नतीजे रहने की उम्मीद है। सेक्टर पर लगातार रेगुलेटर और आर्थिक अनिश्चितताओं का असर पड़ने की उम्मीद है। एनालिस्ट्स का मानना है कि बिगड़ते व्यापक आर्थिक माहौल से आईटी सेक्टर के Q4 के नतीजों और वित्त वर्ष 2026 के लिए गाइडेंस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
TCS के Q4 नतीजे भी स्थिर रेवन्यू ग्रोथ, स्थिर डील्स और शुद्ध मुनाफे में मामूली वृद्धि के साथ सामान्य रहने की उम्मीद है।
शुद्ध मुनाफे में दिख सकती है बढ़त
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि कंपनी का शुद्ध मुनाफा Q4FY25 में 2.3% की वृद्धि के साथ 12,663.6 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। जबकि दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 12,380 करोड़ रुपये रहा था।
रेवन्यू में दिख सकता है इजाफा
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुमान के मुताबिक मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में टीसीएस का रेवन्यू 1.5% की वृद्धि के साथ ₹64,964 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। जबकि पिछली तिमाही में कंपनी का रेवन्यू ₹63,973 करोड़ रहा था।
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तिमाही आधार पर अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में कंपनी का रेवन्यू पिछली तिमाही से 0.5% घटकर 7,50.2 करोड़ डॉलर रहने की संभावना है। जबकि पिछली तिमाही में कंपनी का डॉलर रेवन्यू 7,53.9 करोड़ डॉलर रहा था। कॉन्स्टैंट करेंसी (CC) के संदर्भ में, ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि रेवन्यू में तिमाही आधार पर 0.3% की गिरावट आएगी। अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस के लिए रेवन्यू स्थिर रह सकता है जबकि बीएसएनएल के रेवन्यू में 3 करोड़ डॉलर की गिरावट आ सकती है।
EBIT में हो सकती है 3.5% की वृद्धि
मार्च तिमाही में टीसीएस की ब्याज और कर से पहले की आय (EBIT) 3.5% बढ़कर 16,198.5 करोड़ रुपये हो जाने की उम्मीद है। जबकि पिछली तिमाही में कंपनी का EBIT 15,657 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान EBIT मार्जिन में क्रमिक आधार पर 46 बेसिस प्वाइंट्स (bps) की बढ़कर 24.5% से 24.9% होने का अनुमान है।
कोटक इक्विटीज ने कहा कि रुपये के मूल्यह्रास का लाभ प्रमोशन और व्यवसाय में निवेश के कारण खत्म हो जाएगा। इसके वजह से मार्जिन परफॉर्मेंस निराशाजनक रहेगा।
टीसीएस की चौथी तिमाही में डील
कोटक इक्विटीज के अनुसार, टीसीएस को चौथी तिमाही में 11 अरब डॉलर की डील मिलने की उम्मीद है। यह पिछले साल के 13.2 अरब डॉलर से कम है। इसमें कुछ बड़े रिन्यूवल्स भी शामिल हैं।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
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