Stock Market Crash 2025: 7 अप्रैल 2025 की वो सुबह जब बाजार धड़ाम से नीचे आ गिरा? सेंसेक्स और निफ्टी में 2000+ अंकों की गिरावट, निवेशकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें और सोशल मीडिया पर #StockMarketCrash2025 ट्रेंड करता रहा. लेकिन क्या ये सिर्फ ग्लोबल इकोनॉमी की चाल थी? या फिर मीन राशि में शनि-राहु की युति (Saturn-Rahu conjunction) जैसे दुर्लभ ज्योतिषीय योग ने पहले ही चेतावनी दे दी थी? आने वाले हफ्तों में क्या हो सकता है, समझते हैं-
आज भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी गई. सेंसेक्स 2,227 अंकों की गिरावट के साथ 73,137.90 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 743 अंक गिरकर 22,161.60 पर आ गया. जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई. जहां एक ओर आर्थिक विश्लेषक इसे वैश्विक तनाव और डॉलर इंडेक्स की मजबूती से जोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) पहले से ही इस गिरावट के संकेत दे रहा था. यह पढ़ें- पिशाच योग 2025: आने वाले 50 दिन क्या पूरी दुनिया को हिला देंगे, जानें भविष्यवाणी
मीन राशि में शनि-राहु की युति (Saturn-Rahu Conjunction in Pisces)
29 मार्च 2025 को शनि (Saturn) ने मीन राशि (Pisces) में गोचर किया, जहां पहले से ही राहु (Rahu) स्थित है. इसके साथ ही मीन राशि में ही सबसे अधिक ग्रहों की हलचल भी है. यहां पर इन ग्रहों के साथ बुध, शुक्र और सूर्य भी विराजमान है, यानि अकेले मीन राशि में ही पांच ग्रह एक साथ गोचर कर रहे हैं. मीन राशि में पंच ग्रही योग बनने से इसके अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलते हैं. ज्योतिष ग्रंथों में ग्रहों का महासंयोग अत्यंत दुर्लभ और प्रभावशाली माना जाता है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यहां पर शनि-राहु की युति ‘पिशाच योग’ (Cursed Yoga) बना है. निवेशकों के लिए एक तरह से जो भ्रम, अनिश्चितता और आर्थिक अराजकता का संकेत देती है.
‘बृहत संहिता’ के अनुसार जब राहु और शनि एक साथ जल राशि (Water Sign) में आते हैं, विशेषकर मीन (Pisces) में, तो ‘राजकोश में हानि’, ‘जनता में भय’, और ‘धन-संपदा में गिरावट’ होती है.
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (Global Context)
यह गिरावट केवल भारत तक सीमित नहीं रही. अमेरिकी बाज़ारों में भी बिकवाली का माहौल रहा. NASDAQ और S&P 500 में भी गिरावट दर्ज की गई. जिसका मुख्य कारण माना जा रहा है-
- मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव
- अमेरिकी ब्याज दरों में अनिश्चितता
- डॉलर की मजबूती
- कच्चे तेल की कीमतों में तेजी
इन सभी कारकों ने भारतीय बाजार पर दबाव डाला, लेकिन मीन राशि में शनि-राहु का गोचर इन घटनाओं को ‘ट्रिगर’ करने वाला ज्योतिषीय संकेत साबित हुआ. जिसको लेकर पूर्व में भी आशंका व्यक्त की गई थी. एबीपी लाइव ने इससे जुड़ी भविष्यवाणी भी की थी, आप इसे यहां पर पढ़ सकते हैं- Mars Transit in Cancer 2025: कर्क राशि में मंगल का गोचर: क्या यह दुनिया और आपकी किस्मत बदल देगा?
मंगल ने किया आग में घी का काम! (Mangal Gochar 2025)
बाजार में आई गिरावट के पीछे शनि-राहु ही एक मात्र कारण नहीं है, कर्क राशि में गोचर कर रहे मंगल ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है. कर्क राशि मंगल की नीच राशि है. वहीं बुध ग्रह की बात करें तो ये वक्री है, और आज यानि 7 अप्रैल को ही ये मार्गी हुआ है.
ऐतिहासिक घटना, शेयर बाजार को लेकर (Historical Parallels)
- 1991: शनि-राहु की मकर राशि में युति. भारत में आर्थिक संकट और [Harshad Mehta scam] के कारण शेयर बाजार ध्वस्त हुआ.
- 2002: वृषभ राशि में युति. अमेरिका में Dotcom Bubble का फटना.
- 2012-13: तुला राशि में युति. यूरोपियन ऋण संकट और विश्व बाजारों पर उसका असर.
आगे क्या? (What Next?)
यह युति 18 मई 2025 तक प्रभाव में रह सकती है. इस दौरान बाजार में उच्च अस्थिरता बनी रह सकती है. इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है. निवेशकों के लिए ज्योतिषीय सलाह है कि वे सावधानीपूर्वक निवेश करें, खासकर अप्रैल और मई के अंत तक. शनिवार को शनि मंत्र (‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’) का जाप करें. राहु के उपाय के तौर पर दुर्गा सप्तशती का पाठ अथवा राहु कवच का पाठ करें.
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