Market This Week : ट्रेड वार की आशंकाओं के बीच भारतीय शेयर बाजार में दो सप्ताह की तेजी का सिलसिला टूट गया। ट्रेड वार के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक टैरिफ घोषणाओं और आर्थिक मंदी को लेकर नई चिंताओं के बाद वैश्विक स्तर पर बिकवाली हुई। इस हफ्ते के दौरान बीएसई सेंसेक्स 2050.23 अंक या 2.64 प्रतिशत गिरकर 75,364.69 पर बंद हुआ। निफ्टी 614.9 अंक या 2.61 प्रतिशत गिरकर 22,904.45 पर बंद हुआ। बीएसई लार्जकैप सूचकांक में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें डाबर इंडिया, बजाज होल्डिंग्स एंड इंवेस्टमेंट, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, वारी एनर्जीज, इन्फो एज इंडिया, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, वेदांता में लूजर्स स्टॉक् में शामिल रहे। जबकि इंडसइंड बैंक, इंडस टावर्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, ट्रेंट, केनरा बैंक गेनर्स में शामिल रहे।
बीएसई मिडकैप सूचकांक में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें शामिल पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज में 11-30 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, जीएमआर एयरपोर्ट्स, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया, कल्याण ज्वैलर्स इंडिया में 9 प्रतिशत की तेजी नजर आई।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें शामिल पोकरना, गरवारे हाई-टेक फिल्म्स, अवंती फीड्स, जेनसोल इंजीनियरिंग, ब्लू जेट हेल्थकेयर, एमपीएस, शारदा क्रॉपकेम, Cigniti टेक्नोलॉजीज में 9-25 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि हेस्टर बायोसाइंसेज, बाजार स्टाइल रिटेल, प्राइमो केमिकल्स, शिवा सीमेंट, वैलिएंट ऑर्गेनिक्स, एनएसीएल इंडस्ट्रीज, वाडीलाल इंडस्ट्रीज, स्पोर्टकिंग इंडिया, गणेश बेंजोप्लास्ट, वर्धमान टेक्सटाइल्स, पराग मिल्क फूड्स, टार्सन्स प्रोडक्ट्स में 21-46 प्रतिशत की तेजी आई।
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सेक्टोरल मोर्चे पर नजर डालों तो ग्लोबल ग्रोथ चिंताओं के कारण निफ्टी आईटी इंडेक्स ने कोविड 2020 के बाद से 9 प्रतिशत की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 7.5 प्रतिशत की गिरावट, निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 4 प्रतिशत की गिरावट, जबकि निफ्टी रियल्टी और ऑटो इंडेक्स में 3 प्रतिशत की गिरावट आई।
इस हफ्ते में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने अपने मार्केट वैल्यू में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की। उसके बाद सबसे ज्यादा गिरावट रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस में देखने को मिली। दूसरी ओर, जोमैटो, भारती एयरटेल, सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने अपने मार्केट कैप में सबसे अधिक वृद्धि की। (डिस्क्लोजर: Moneycontrol.com नेटवर्क 18 का हिस्सा है। नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Institutional Investors (FIIs) इस हफ्ते शुद्ध विक्रेता रहे। उन्होंने 13,730.49 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (Domestic Institutional Investors (DII) ने 5,632.56 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
इस हफ्ते भारतीय रुपए ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बढ़त जारी रखी। 4 अप्रैल को यह 23 पैसे बढ़कर 85.23 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। जबकि 28 मार्च को यह 85.46 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
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