Ravan Lanka Golden City Alien Technology Base time travel with UFO controlled Cosmic Energy

भारतीय पौराणिक कथाओं (Indian Mythology) में लंका (Lanka) का उल्लेख एक रहस्यमयी और उच्च तकनीक से युक्त स्थान के रूप में मिलता है. रावण (Ravan) एक महाज्ञानी, वैज्ञानिक और शक्तिशाली राजा था. लेकिन क्या यह संभव है कि लंका वास्तव में एक ‘Alien Base’ थी और रावण को ब्रह्मांडीय यात्राओं (Interstellar Travel) का ज्ञान था? इस विषय को पौराणिक ग्रंथों, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और आधुनिक UFO थ्योरीज (UFO Theories) के आधार पर समझते हैं.

लंका का निर्माण: क्या यह किसी उन्नत सभ्यता का केंद्र था?
वाल्मीकि रामायण (Valmiki Ramayana) के अनुसार, लंका को स्वयं विश्वकर्मा (Vishwakarma) ने स्वर्ण से बनाया था. यह एक चमकता हुआ, अत्याधुनिक नगर था, जिसकी तुलना किसी स्वर्गीय नगरी से की जाती है. धार्मिक कथाओं की मानें तो भगवान शिव और माता पार्वती के लिए सोने की लंका को विश्वकर्मा और कुबेर ने मिलकर बनवाया था. यह लंका समुद्र के बीच त्रिकुटाचल पर्वत पर बनी थी. 

लंका को ‘सोने की नगरी’ (Golden City) कहा गया है, क्या यह किसी अलौकिक धातु (Exotic Metal) या ऊर्जा स्रोत से बना था? क्या यह ‘Artificial Space Base’ या किसी एलियन सभ्यता (Alien Civilization) द्वारा निर्मित संरचना थी? UFO शोधकर्ताओं का मानना है कि अगर प्राचीन भारत में कोई अत्याधुनिक सभ्यता थी, तो लंका उसका केंद्र हो सकता है.

रावण और पुष्पक विमान: क्या यह एक UFO था?
रावण के पास ‘पुष्पक विमान’ (Pushpaka Vimana) था, जिसे उड़ाने के लिए किसी बाहरी ऊर्जा स्रोत (Anti-Gravity Energy) की जरूरत नहीं थी. यह विमान पूरी तरह से स्वायत्त (Autonomous) था और इच्छानुसार कहीं भी तुरंत पहुंच सकता था.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें तो ऐसा प्रतीत होता है कि अगर यह विमान था तो यह किस तकनीक पर आधारित था? क्या यह एक UFO था जिसे एलियन तकनीक (Alien Technology) के आधार पर बनाया गया था? कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि रामायण में वर्णित पुष्पक विमान वास्तव में एक स्पेसशिप (Spaceship) था जो अन्य ग्रहों तक जा सकता था.

रावण को टाइम ट्रैवल का ज्ञान था और वो कैसे ब्रह्मांडीय यात्राएं करता था?
रावण केवल एक योद्धा ही नहीं, बल्कि एक महान ज्ञानी और वैज्ञानिक भी था. रावण ने ‘चंद्रलोक’ (Moon) और अन्य ग्रहों की यात्रा की थी. उसके पास पास खगोल विज्ञान (Astronomy), गूढ़ विद्या (Occult Sciences) और ऊर्जाओं को नियंत्रित करने की शक्ति थी. रावण के बारे में कहा जाता है कि उसे ग्रहों को काबू करना आता था. रावण ने अपने पुत्र मेघनाथ के लिए जो किया ऐसा उदाहरण कहीं और देखनो को नहीं मिलता है. रावण मेघनाथ को अजेय और दीर्घायु बनाने इच्छा रखता था.

रावण चाहता था कि उसके पुत्र मेघनाथ को कोई हरा न सके और लंबी उम्र वाला हो. इसके लिए रावण ने ग्रहों की स्थिति बदलने की कोशिश की. रावण ने सभी ग्रहों को मेघनाथ के जन्म के समय शुभ और सर्वश्रेष्ठ स्थिति में रहने का आदेश दिया, ताकि उसका पुत्र अजेय और दीर्घायु हो सके. इसके लिए उसने सभी ग्रहों की एक जगह बैठा दिया, लेकिन शनि देव ने इसका विरोध कर दिया.

शनि देव ने रावण की इस बात का विरोध किया और मेघनाथ के जन्म के समय शनि कुंडली के बारहवें घर में चले गए. जिस कारण रावण का पुत्र अमर न हो सका. इससे क्रोधित होकर रावण ने क्रोध में आकर अपनी तलवार से शनि के पैर पर प्रहार किया, जिससे शनि देव का एक पैर कट गया. तभी से शनि महाराज लंगड़ा कर चलने लगे. यहां पढ़ें ये कथा- रावण की लंका में कैद ‘शनि’ को हनुमान जी ने कराया था मुक्त

रावण को वर्महोल (Wormholes) और अंतरिक्ष यात्रा (Interstellar Travel) का ज्ञान था?

रावण के 10 सिर: इसका क्या कोई एलियन कनेक्शन? रावण के 10 सिर (Ten Heads of Ravana) केवल प्रतीकात्मक थे या यह किसी उन्नत दिमागी संरचना का संकेत थे?  संभावित वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें तो क्या रावण का ‘दस सिर’ (Ten Heads) एक मेटाफर था कि वह एक सुपर इंटेलिजेंट बीइंग (Super Intelligent Being) था? या फिर ये किसी एलियन-हाइब्रिड (Alien Hybrid) का संकेत भी हो सकता है? क्या यह संभव है कि रावण किसी बाहरी सभ्यता (Extraterrestrial Civilization) से संबंध रखता था?

रावण और एलियंस: कई शोधकर्ताओं का मानना है कि रावण के पास जो शक्ति और ज्ञान था, वह साधारण मानव सभ्यता से परे था. एक संभावित थ्योरी ये भी है कि रावण का एलियंस से संपर्क हो और उन्होंने ही उसे ब्रह्मांडीय यात्राओं (Intergalactic Travel) का ज्ञान दिया हो?

क्या लंका (Lanka) वास्तव में एक हाई-टेक बेस (High-Tech Base) थी जहां उन्नत वैज्ञानिक प्रयोग होते थे?

रावण और मेघनाथ की स्टोरी से ऐसा कहा जा सकता है कि रावण के पास ऐसी कोई विशेष शक्ति थी जिससे वो बड़े से बड़े ग्रहों को आसानी से नियंत्रित कर लेता था. रावण नवग्रहों (Navagrah) को कंट्रोल करने में माहिर था. जानकारों की मानें तो ऐसा तभी संभव है जब कोई अंतरिक्षीय ऊर्जा (Cosmic Energy) को नियंत्रित करना जानता हो. इससे लगता है कि उसकी शक्तियां अपार थीं. अब प्रश्न उठता है कि क्या लंका एलियन बेस थी? तो इसे समझने के तीन कारण हो सकते हैं-

  • पौराणिक दृष्टिकोण: रामायण में लंका एक अद्भुत नगरी थी, जो पृथ्वी के किसी भी अन्य राज्य से अलग थी. ऐसा वर्णन धार्मिक पुस्तकों में भी मिलता है.
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण: अगर लंका को एक स्पेस बेस (Space Base) माना जाए, तो यह उन्नत विज्ञान और एलियन तकनीक (Alien Technology) का प्रमाण हो सकता है.
  • मॉडर्न थ्योरीज: UFO और Ancient Alien Theory के समर्थकों का मानना है कि रावण के पास बाहरी दुनिया से प्राप्त तकनीक थी.

इस आधार ये प्रश्न संभव है कि क्या रावण केवल एक शक्तिशाली राजा था, या फिर वह किसी एलियन सभ्यता (Alien Civilization) का हिस्सा था? पुष्पक विमान और लंका का विवरण आज की आधुनिक स्पेस टेक्नोलॉजी से मेल खाता है! ऐसा जानकार मानते हैं. वहीं शोधकर्ता इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि अगर प्राचीन सभ्यता में कोई उन्नत तकनीक थी, तो लंका उसका सबसे बड़ा उदाहरण हो सकता है!

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