Chaitra Navratri 2025 Mata vaishnodevi darbar decorated by 5100 deepak ann

राजस्थान प्रदेश के भीलवाड़ा शहर जो कि वस्त्रनगरी के साथ धर्म नगरी के रूप में भी अपनी एक अलग ही पहचान बनाई हुई हैं जिसके चलते चैत्र शुक्ल नवरात्रि स्थापना के शुभ अवसर पर भीलवाड़ा के श्रद्धालुओं के लिए एक खास उपलब्धि बन गया. भीलवाड़ा में पहली बार सनातनी धर्मावलंबियों और माता के भक्तों के लिए माता वैष्णोदेवी का दरबार सजाया गया और 5100 अखण्ड दीप प्रज्वलित किए गए है.

विधि विधान के साथ माता की स्थापना

संकटमोचन हनुमान मंदिर के महंत की पहल पर हरिशेवाधाम परिसर में महामंडलेश्वर हंसाराम महाराज के सानिध्य में दीप प्रज्वलन से पूर्व दोपहर 12.15 बजे महामंडलेश्वर हंसाराम महाराज एवं महन्त बाबूगिरी के सानिध्य में दीपक स्थल पर माता वैष्णोदेवी का दरबार सजाया गया और विधि विधान के साथ माता की स्थापना की गई. स्थापना के बाद मातारानी के जयकारों के बीच बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से आरती की ओर महा प्रसाद प्राप्त किया .

माता वैष्णो की 120 फीट लंबी गुफा बनाई गई

हरि सेवा धाम में 5100 अखण्ड दीपक पूरी नवरात्रा में अवधि में प्रज्वलित रहेंगे जिनमें 25 पंडित देख रेख के लिए 24 घंटे अलग अलग समय के अंतराल में उपस्थित रहेंगे.

आगरा से आए कलाकारों ने 120 फीट लंबी गुफा तैयार की गई है. पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने वहां पहुंच माता वैष्णो देवी के दरबार ओर दीपक दर्शन का लाभप्राप्त किया.

अखण्ड दीप प्रज्ज्वलित में मूंगफली तेल का होगा उपयोग

माता वैष्णो देवी स्थापना के साथ ही अखंड 5100 दीप प्रज्ज्वलित किए जायेगे जिसमें इस अवसर पर सर्व सनातन समाज में सुख शांति व समृद्धि की कामना की गई. ये दीपक मूंगफली तेल से प्रज्वलित किए जाएंगे. 9 दिन तक 25 पंडित रात-दिन जलते दीपक की देखरेख करेंगे.

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