Muhammad Yunus Meets Xi Jinping in four days china visit for bangladesh economy devlopment efforts

Muhammad Yunus Meets Xi Jinping: बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शुक्रवार (28 मार्च) को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. यूनुस चार दिवसीय यात्रा पर चीन आए हुए हैं. बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए वह इस पड़ोसी देश के पास पहुंचे हैं. भारत से बिगड़ते रिश्तों के कारण उसे मदद के लिए इधर-उधर भीख मांगना पड़ रही है. 

यूनुस बुधवार को चीन के हैनान शहर पहुंचे. उन्होंने यहां ‘बोआओ फोरम फॉर एशिया’ वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लिया. इसके बाद वह गुरुवार को बीजिंग पहुंचे. यहां चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.

उधारी पर ब्याज कम करने की मांग
बांग्लादेश की विभिन्न मीडिया की खबरों के अनुसार, ‘बोआओ फोरम फॉर एशिया’ वार्षिक सम्मेलन के इतर यूनुस ने चीन के कार्यकारी उप प्रधानमंत्री डिंग शुएशियांग के साथ बैठक में विकास परियोजनाओं के लिए चीनी समर्थन मांगा. उन्होंने बांग्लादेश को दिए जाने वाले चीनी ऋणों की ब्याज दरों को तीन प्रतिशत से घटाकर एक-दो प्रतिशत करने तथा बांग्लादेश में चीन द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं पर प्रतिबद्धता शुल्क में छूट की भी मांग की.

बांग्लादेश के समाचार पत्र ‘डेली स्टार’ की खबर के अनुसार जापान, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के बाद चीन बांग्लादेश का चौथा सबसे बड़ा ऋणदाता है, जिसने उसे 1975 से अब तक कुल 7.5 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया है.

डिंग के साथ अपनी बैठक में यूनुस ने वस्त्र, इलेक्ट्रिक वाहन, हल्की मशीनरी, उच्च तकनीक वाले इलेक्ट्रॉनिक, चिप विनिर्माण और सौर पैनल उद्योग समेत चीनी विनिर्माण उद्योगों के उनके देश में स्थानांतरण के लिए बीजिंग से मदद भी मांगी.

रूस के उप प्रधानमंत्री से मुलाकात
यूनुस ने रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक से भी मुलाकात की. इस बैठक में ओवरचुक ने बांग्लादेश को अधिक गेहूं और उर्वरक निर्यात करने में रुचि व्यक्त की. उन्होंने कहा, ‘‘रूस बांग्लादेश को अधिक गेहूं और उर्वरक निर्यात करना चाहेगा.’’ बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने रूस द्वारा वित्तपोषित रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संचालन पर चर्चा की.

बान की मून से भी मिले
यूनुस ने संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून से भी मुलाकात कर उनसे बांग्लादेश में लोकतांत्रिक व्यवस्था सुचारू रूप से बहाल करने में उनका समर्थन और सलाह मांगी. मून ‘बोआओ फोरम’ के अध्यक्ष हैं. यूनुस ने बान की मून से कहा, ‘‘हम नए सिरे से शुरुआत करना चाहते हैं. हमें आपके समर्थन और सलाह की जरूरत है. अब हमारे पास एक बेहतरीन अवसर है.’’

चीन ने दिया मदद का आश्वासन
चीन ने बांग्लादेश के बदलते परिदृश्य के बीच ढाका के साथ संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जताई है. बांग्लादेश की सरकारी समाचार एजेंसी ‘बीएसएस’ ने चीनी उप-प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, ‘‘राष्ट्रपति शी चिनफिंग आपकी (यूनुस की) यात्रा को अत्यधिक महत्व देते हैं.’’ उन्होंने यूनुस से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके अंतरिम प्रशासन के तहत बांग्लादेश एक समृद्ध राष्ट्र बनेगा. डिंग ने कहा कि द्विपक्षीय राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बीजिंग बांग्लादेश सरकार को निवेश, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के मामले में पूर्ण समर्थन देगा.

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