BJP vs Congress: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये एक विचारधारा की लड़ाई है जो कठिन जरूर है, लेकिन कांग्रेस इससे भी कठिन लड़ाइयां लड़ चुकी है. उन्होंने ब्रिटिश शासन का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था, जिसकी तुलना में आरएसएस और बीजेपी कुछ भी नहीं हैं.
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित जिला अध्यक्षों के सम्मेलन में राहुल गांधी ने देश को लेकर दो अलग-अलग दृष्टिकोणों की बात की. उन्होंने कहा कि एक ओर आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा है जो तानाशाही को बढ़ावा देती है, कमजोर और पिछड़ी जातियों का दमन करती है और महिलाओं का अपमान करती है. दूसरी ओर कांग्रेस की विचारधारा है जो देश को समानता, भाईचारे और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित बनाना चाहती है.
चंद व्यापारी बना रहे भारत को ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’
राहुल गांधी ने ये भी आरोप लगाया कि कुछ बड़े व्यापारी आज भारत में उसी तरह काम कर रहे हैं जैसे कभी ईस्ट इंडिया कंपनी किया करती थी. उन्होंने कहा कि कुछ खास कारोबारी हर चीज पर कब्जा कर रहे हैं चाहे वह जमीन हो, रक्षा सौदे हों या फिर दूसरी सरकारी संपत्तियां. उन्होंने कांग्रेस के विजन को दोहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी ऐसा भारत बनाना चाहती है जहां हर नागरिक को अपने सपने पूरे करने का समान अवसर मिले.
कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की तैयारी
राहुल गांधी ने जिला कांग्रेस इकाइयों को पार्टी की नींव बताते हुए कहा कि इनके बिना कांग्रेस आगे नहीं बढ़ सकती. इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने देशभर के जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई है. बैठक के पहले चरण में दक्षिण और उत्तर-पूर्वी राज्यों के जिला अध्यक्षों को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और बाकी सीनियर नेताओं ने संबोधित किया. बाकी राज्यों के जिला अध्यक्षों की बैठक 3 और 4 अप्रैल को होगी जिसमें संगठन को मजबूत करने की रणनीति तैयार की जाएगी.
पार्टी को मजबूत बनाने में जिलाध्यक्षों की अहम भूमिका
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जिलाध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि वे कांग्रेस के असली जनरल हैं जो जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि इन पदों पर नियुक्ति पूरी तरह से योग्यता के आधार पर होनी चाहिए न कि किसी स्थानीय नेता की सिफारिश के आधार पर.
खरगे ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि पिछली बार कांग्रेस को करीब 100 सीटें मिली थी, लेकिन अगर संगठन ने और मेहनत की होती तो 20-30 सीटें और मिल सकती थीं. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस से ये लड़ाई सिर्फ संसद के अंदर ही नहीं बल्कि जमीन पर और सड़कों तक लड़नी होगी ताकि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की जा सके.
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