90 हजार का सोना… लाख टके की चांदी, आपको पता है क्यों बढ़ रहे हैं Gold-Silver के दाम?

Gold Price Today (March 20, 2025): सोने में लगातार तीन दिनों से रिकॉर्ड तेजी देखी जा रही है. गोल्ड करीब 90,000 के ऐतिहासिक लेवल पर जा चुका है. वहीं, चांदी भी लाख टके की हो चुकी है. सोने में लगातार नए रिकॉर्ड के बीच आज गुरुवार को MCX पर सोने ने ₹89,796 का (Gold Price Today (March 20, 2025):) रिकॉर्ड स्तर छुआ है. इंट्राडे में गोल्ड ने ₹89,796 का स्तर छूने के बाद नीचे आया था. उधर, ग्लोबल मार्केट में अप्रैल वायदा $3,065 तक पहुंचा है. गोल्ड का स्पॉट भाव $3,050 के करीब है. इस साल अब तक 16% से ज्यादा का उछाल है. MCX पर 1 साल में 35% से ज्यादा दाम बढ़े हैं. ग्लोबल मार्केट में एक साल में 41% का उछाल आया है. इस साल फेड 2 रेट कट के रुख पर कायम बना हुआ है. ग्रोथ धीमी रहने के बावजूद दो रेट कट संभव है. डॉलर इंडेक्स में लगातार गिरावट आ रही है और अब ये 5 महीने के निचले स्तर पर आ गया है.

MCX Gold-Silver Rates

सुबह सवा 10 बजे के आसपास MCX (मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज) पर गोल्ड 459 रुपये की तेजी के साथ 89,061 रुपये प्रति के भाव पर ट्रेड कर रहा था. कल के सेशन में ये 88,602 रुपये पर बंद हुआ था. इस दौरान, चांदी 792 रुपये की तेजी के साथ 10,0716 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर चल रही थी, जोकि कल 99,924 रुपये के भाव पर बंद हुई थी.

Also Read: आने वाले समय में असेट क्लास के तौर पर Gold का महत्व बढ़ेगा : मुख्य आर्थिक सलाहकार नागेश्वरन

210 दिनों में सोने ने देखी 500 डॉलर की तेजी

इस महीने सोने की कीमतें 3,000 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गईं, जो एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है.  हालांकि, असली मायने में यह इस बात को दर्शाता है कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां कैसे बदल रही हैं.  सोना 2,500 डॉलर से 3,000 डॉलर प्रति औंस तक सिर्फ 210 दिनों में पहुंच गया, जबकि इतिहास में इसी तरह की 500 डॉलर की बढ़त को पूरा होने में औसतन 1,700 दिन लगते थे. सोने की इस तेज़ बढ़त से साफ है कि बीते दो वर्षों में निवेशकों की दिलचस्पी इसमें काफी बढ़ी है.  यह बढ़ोतरी सिर्फ बाजार के फंडामेंटल फैक्टर्स की वजह से नहीं, बल्कि निवेशकों की धारणा में भी बड़े बदलाव के संकेत दे रही है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

Gold Rates में क्यों आ रही है तेजी?

सोने की कीमतों में इस उछाल के पीछे कई अहम कारण हैं.  मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीनियर एनालिस्ट मानव मोदी के अनुसार, मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है.  वैश्विक व्यापार युद्ध और भू-राजनीतिक अस्थिरता ने अन्य वित्तीय संपत्तियों में निवेश करने वालों को असमंजस में डाल दिया है, जिससे सोने की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है.

कामा ज्वेलरी के मैनेजिंग डायरेक्टर कॉलिन शाह के अनुसार, इस तेजी के पीछे मुख्य कारण यह है कि भारत अपनी सोने की जरूरत का 80% से अधिक आयात करता है, और वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाओं का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ता है.  उन्होंने कहा, “वैश्विक हालात को देखते हुए निवेशकों की दिलचस्पी सोने में बढ़ रही है, क्योंकि यह महंगाई और आर्थिक अस्थिरता के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है.  हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 3,100 डॉलर प्रति औंस और घरेलू बाजार में 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं.”

Also Read: भारत में गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो फरवरी में 99% बढ़ा, जानिए कितने करोड़ रुपये पर पहुंच गया आंकड़ा

क्या आगे भी जारी रहेगी यह तेजी?

विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council) ने हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया कि, भले ही सोने की कीमतों में हाल की तेजी के कारण कुछ समय के लिए स्थिरता आ सकती है, लेकिन भू-राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता, बढ़ती महंगाई, कम ब्याज दरें और कमजोर अमेरिकी डॉलर जैसे कारक अभी भी सोने की मांग को मजबूती दे रहे हैं. शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के कारण धनी निवेशक अब भौतिक सोना खरीदने की बजाय गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में निवेश कर रहे हैं.  2025 में सोने के ETF में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश देखा गया, क्योंकि निवेशक जोखिम से बचने के लिए सुरक्षित विकल्पों की तलाश कर रहे हैं.

(ANI के इनपुट के साथ)

Read More at www.zeebiz.com