Nagpur Violence Union minister ramdas athawale on nagpur violence and Aurangzeb tomb

Nagpur Violence News: नागपुर में धर्मग्रंथ जलाए जाने की अफवाह फैलने के बाद हिंसा हुई. इस घटना पर रामदास अठावले ने कहा कि औरंगजेब के मकबरे को लेकर आंदोलन चल रहा है. छावा फिल्म देखने के बाद लोगों में गुस्सा है. औरंगजेब ने जिस तरह से सांभाजी की हत्या की थी उसे देखकर लोगों में औरंगजेब के खिलाफ आक्रोश और बढ़ गया है. लेकिन हमारा सभी से कहना है कि वो शांति बनाए रखे रहें और वहां पर कानून-व्यवस्था बनाए रखें. शांति से आपको मांग करने का अधिकार है.”

केंद्रीय मंत्री अठावले ने कहा, ”केंद्र सरकार के अंदर आने वाले विभाग एएसआई के अंतर्गत वह मकबरा आता है. सीएण फडणवीस ने कहा है और उसकी रक्षा की जा रही है. हिंसक आंदोलन करने का अधिकार नहीं है.” नागपुर में उपद्रवियों ने कई घरों, वाहनों और क्लिनिक को अपना निशाना बनाया. इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा गया. उनपर भी कुल्हाड़ी से वार किया गया. 

नागपुर हिंसा में हुआ यह नुकसान

नागपुर हिंसा पर सरकारी बयान के मुताबिक 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें तीन डीएसपी रैंक के अधिकारी हैं. जबकि पांच आम लोगों पर भी हमला हुआ है. कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है जिसमें क्रेन और जेसीबी भी शामिल है. घटना का वीडियो सामने आय़ा जिसमें उपद्रवी बड़ी संख्या में उत्पात मचाते और वाहनों पर हमला करते दिख रहे हैं.

फडणवीस से लेकर गडकरी ने की यह अपील

नागपुर पुलिस को महाराष्ट्र सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि वे आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें. सीएम फडणवीस ने बयान जारी कर रहा है कि लोग शांति बनाए रखें और जो शांति भंग करने की कोशिश करेगा उस पर बिना जाति और धर्म की परवाह किए कार्रवाई की जाएगी. वहीं, नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने भी स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह और बहकावे में ना आएं और शांति बनाए रखें. 

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