पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना थोड़ा अजीब हो सकता है. जब हम बाहर होते हैं और कभी-कभी ऐसा होता है कि हमें जाना ही पड़ता है. खासकर महिलाओं के लिए? वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ कैनसस के शोधकर्ताओं ने इसी पर अध्ययन किया. टॉयलेट पेपर या साबुन न होने से लेकर गंदी टॉयलेट सीट और सांस रोककर बैठने की कोशिश करने तक. महिलाओं ने शौचालय में अपनी सबसे गहरी चिंताओं और बेचैनियों को उजागर किया. हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में मॉल, हॉस्पिटल, स्टेशन या दूसरे पब्लिक प्लेस में बाथरूम का इस्तेमाल करते हैं.
महिलाओं के लिए पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. महिलाओं को इसलिए मना किया जाता है क्योंकि उन्हें आसानी से इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. इसलिए महिलाओं को अक्सर कहा जाता है कि साफ-सुथरे पब्लिक टॉयलेटों का ही महिलाएं इस्तेमाल करें. इससे इंफेक्शन यूटीआई का खतरा कम रहता है.
दरअसल, इस तरह की पब्लिक प्लेस पर काफी ज्यादा मात्रा में बैक्टीरिया रहते हैं. गंदे पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल इंफेक्शन का खतरा बढ़ाता है. टॉयलेट की स्थिति ऐसी होती है कि गंदगी और बदबू को फेस करते हुए खुद को रिलीफ देना पड़ता है. इस वक्त अगर हम कुछ बातों का ध्यान ना रखे तो यकीनन हम बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे आइए जानते हैं इस बारे में
पब्लिक टॉयलेट की सतह छूने से बचे
पब्लिक टॉयलेट का कोना-कोना गंदा रहता है. ऐसे में ध्यान रखें कि आपको आम सतहों को भी नहीं छूना है. पब्लिक टॉयलेट में ई-कोली जैसे खतरनाक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. इसके साथ ही आपको कई तरह के खतरनाक बैक्टीरिया यहां मिल सकते हैं किसी भी जगह पर सामान रखने से पहले उस जगह को टिशू से साफ कर लें. अगर आप कोई भी सतह को छू रहे हैं तो सबसे पहले आप सैनिटाइजर का इस्तेमाल तुरंत करें.
टॉयलेट सीट पर बैठने से पहले साफ करें
आजकल लगभग हर पब्लिक टॉयलेट में वेस्टर्न सीट लगी होती है, ऐसे में सीट पर बैठने से पहले आप टिशू पेपर से साफ कर लें आप चाहें तो अपने साथ सप्रे की बॉटल भी लेकर चले, इसे साफ करने के बाद ही इस्तेमाल करें . ऐसा इसलिए है क्योंकि टॉयलेट को लिमिटेड लोग इस्तेमाल नहीं करते हैं. यहां किसी भी तरह के लोग आते हैं और किसे कौन सी बीमारी है यह जान पाना नामुमकिन है ऐसे में अपने सावधानी अपने हाथ में ही है.
फ्लश जरूर करें
पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले और इस्तेमाल करने के बाद फ्लैश जरूर करना चाहिए, क्योंकि जिसने भी आपसे पहले टॉयलेट किया है उसने फ्लश किया है या नहीं इस बात की जानकारी आपको नहीं होती है, तो खुद को सेफ रखने के लिए ऐसा जरूर कर लें,ताकी यूटीआई का खतरा ना हो, टॉयलेट इस्तेमाल करने के बाद भी फ्लश करें ताकि आप के बाद जो टॉयलेट इस्तेमाल करें उसे भी परेशानी ना हो.
साबुन यूज ना करें
पब्लिक टॉयलेट में हाथ धोने के लिए आप साबुन की जगह हैंड वॉश का इस्तेमाल कीजिए, क्योंकि कई लोग यहां आते हैं और एक ही साबुन का इस्तेमाल करते हैं ऐसे में आप खुद के पास ही पेपर सोप रखिए या हैंड वॉश रखिए.
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फेस मास्क का इस्तेमाल
कोरोना के बाद से ही फेस मास्क मैंडेटरी हो गया है, ऐसे में आप जब पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करें तो फेस मास्क जरूर लगाएं. रिसर्च कहती है कि फ्लश करते समय बाथरूम में जितने बैक्टीरिया उड़ते हैं वह हम सांस के जरिए इन्हेल कर लेते हैं ऐसे में पब्लिक टॉयलेट में तो यह ज्यादा परेशानी वाली बात होती है तो आप डिस्पोजेबल मास्क जरूर पहने, यह सेफ्टी के परपस से बहुत अच्छा होगा
स्क्वाट ना करें
पब्लिक टॉयलेट में महिलाएं अक्सर स्क्वाट करने की कोशिश करती हैं, क्योंकि टॉयलेट सीट पर काफी गंदगी होती है और कभी-कभी टिशु पेपर भी नहीं होता है तो ऐसे में यह करना आपके पेल्विक फ्लोर को नुकसान पहुंचा सकता है. इसे कमजोर बना सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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