Vigilance Inquiry : करोड़ों के गबन के आरोपी पूर्व प्राचार्य डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार का नया कारनामा, सरकारी आवास खाली करने से इनकार

लखनऊ। यूपी गृह विभाग (UP Home Department) के आदेश पर विजिलेंस विभाग (Vigilance Department) अयोध्या में राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar, former Principal of Rajarshi Dasharath Autonomous State Medical College in Ayodhya) के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच कर रहा है। पूर्व प्राचार्य पर करोड़ों के गबन, सरकारी आवास पर अवैध कब्जा और कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप हैं। मौजूदा प्राचार्य ने पूर्व प्रधानाचार्य के सरकारी आवास खाली कराने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।

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बतातें चलें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP Chief Minister Yogi Adityanath) के सख्त निर्देशों के तहत गृह विभाग के तरफ भ्रष्टाचार के मामलों की विजिलेंस जांच जारी है। इसी क्रम में अयोध्या में राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar, former Principal of Rajarshi Dasharath Autonomous State Medical College in Ayodhya) पर करोड़ों रुपये के गबन के आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, बावजूद इसके उन्होंने अब तक सरकारी आवास खाली नहीं किया है।

डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार का अभी भी दबदबा है बरकरार

अयोध्या के राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (Rajarshi Dasharath Autonomous State Medical College, Ayodhya) में तैनात रहे पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Former Principal Dr. Gyanendra Kumar) के खिलाफ शासन ने सख्त कदम उठाए हैं। उन्हें डीजी मेडिकल एजुकेशन के कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने अब तक वहां जॉइनिंग नहीं दी है। महाविद्यालय के वर्तमान प्रधानाचार्य ने जिलाधिकारी अयोध्या को पत्र लिखकर शिकायत की है कि पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Former Principal Dr. Gyanendra Kumar)  अभी भी अपने सरकारी आवास और कैंप कार्यालय पर अवैध रूप से कब्जा जमाए हुए हैं।

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 कब्जे वाले आवास में ताला डाल दिया और महत्वपूर्ण दस्तावेजों व अलमारियों पर भी कर रखा है अवैध कब्जा

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा (Principal Secretary Medical Education) के तरफ से जारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar) अब भी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य आवास और कैंप कार्यालय में जमे हुए हैं। उन्होंने अपने कब्जे वाले आवास में ताला डाल दिया है और महत्वपूर्ण दस्तावेजों एवं अलमारियों पर भी अवैध कब्जा कर रखा है।

कर्मचारियों को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर आरोप

डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar) पर महाविद्यालय के कर्मचारियों को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर आरोप हैं। उनके खिलाफ अयोध्या कोतवाली में मुकदमा दर्ज है, लेकिन इसके बावजूद वे अभी भी सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं।

मौजूदा प्रधानाचार्य ने शासन से लगाई गुहार 

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राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (Rajarshi Dasharath Autonomous State Medical College) के मौजूदा प्रधानाचार्य ने प्रमुख सचिव और एसएसपी अयोध्या को पत्र लिखकर सरकारी आवास खाली कराने की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar) सरकारी आवास में रहकर कर्मचारियों को भड़का रहे हैं और चिकित्सकीय कार्य में बाधा डाल रहे हैं।

निजी आवास होते हुए भी अयोध्या में सरकारी मकान पर कब्जा

डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar) का लखनऊ के विकास नगर क्षेत्र में निजी आवास है, इसके बावजूद उन्होंने अयोध्या में सरकारी आवास और कैंप कार्यालय को छोड़ने से इनकार कर दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि वे सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं और सरकारी संपत्तियों पर अवैध कब्जा जमाए बैठे हैं।

भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होगी तेज

मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार विजिलेंस विभाग इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है। यदि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार (Dr. Gyanendra Kumar) जल्द ही सरकारी आवास खाली नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई कर सकता है।

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