हाई बीपी को आप घरेलू तरीके से भी कंट्रोल कर सकते हैं. इसके लिए घरेलू इलाजो में से एक हल्दी है. यहां कुछ तरीके बताए गए हैं जिनसे हल्दी हाई बीपी के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है. आज हम विस्तार से जानेंगे कि आप इसका कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं. हल्दी हर भारतीय घर में उपलब्ध होता है. यह आम भारतीय मसाला न केवल आपके खाने में रंग और स्वाद जोड़ता है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. हल्दी का इस्तेमाल कई पारंपरिक दवाओं में भी किया जाता है. हल्दी में करक्यूमिन मौजूद होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. यह उच्च रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है.
हाई बीपी को हाइपरटेंशन के रूप में भी जाना जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें धमनी की दीवारों पर ब्लड का दबाव लगातार बहुत अधिक होता है. इससे दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. समय के साथ कमज़ोर होता जाता है और हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. यह महत्वपूर्ण है कि आप उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करने वाले आवश्यक कदम उठाएं. इसके लिए घरेलू इलाजों में से एक है हल्दी. यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे हल्दी हाई बीपी के लेवल को करने कंट्रोल में मदद करती है.
सूजनरोधी: पुरानी सूजन उच्च रक्तचाप के प्रमुख कारणों में से एक है. कर्क्यूमिन में सूजनरोधी गुण होते हैं जो रक्तचाप में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और रक्तचाप को कम करने में मदद करता है.
एंडोथेलियल फ़ंक्शन: रिसर्च से पता चलता है कि कर्क्यूमिन रक्त वाहिकाओं के फैलाव में मदद करके एंडोथेलियल फ़ंक्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है जो ब्लड सर्कुलेशन और हाई बीपी के स्तर में मदद करता है.
एंटीऑक्सीडेंट गुण: हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करते हैं. ऑक्सीडेटिव तनाव रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हाई बीपी का कारण बन सकता है. मुक्त कणों को बेअसर करके, कर्क्यूमिन रक्त वाहिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करता है और रक्तचाप के स्तर में सुधार करता है.
नाइट्रिक ऑक्साइड प्रोडक्ट: कर्क्यूमिन नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकता है जो एक यौगिक है जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने और चौड़ा करने में मदद करता है, जिससे परिसंचरण में सुधार होता है. जब रक्त वाहिकाएं शिथिल होती हैं, तो यह धमनियों की दीवारों पर दबाव को कम करने में मदद करती है, जिससे रक्तचाप का स्तर कम होता है. आप उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए हल्दी का उपयोग विभिन्न तरीकों से कर सकते हैं. उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए हल्दी का उपयोग करने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं.
हल्दी की चाय: इसे बनाने के लिए, बस एक चम्मच हल्दी पाउडर को गर्म पानी में डालें. साथ ही स्वाद के लिए एक चुटकी काली मिर्च और शहद या नींबू डालें.
हल्दी वाला दूध (गोल्डन मिल्क): आप इसे हल्दी को गर्म दूध में मिलाकर और एक चुटकी काली मिर्च डालकर बना सकते हैं. यह आराम करने और अंततः रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है.
भोजन में जोड़ना: अपने दैनिक भोजन में हल्दी का उपयोग करना अपने आहार में हल्दी को शामिल करने का एक अच्छा तरीका है. आप इसे सूप, स्टू, करी और स्मूदी आदि में मिला सकते हैं.
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हल्दी और अदरक का ड्रिंक: हल्दी और अदरक दोनों में ही ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता होती है. आप हल्दी पाउडर को ताज़ी अदरक, नींबू के रस और गर्म पानी के साथ मिलाकर इसे बना सकते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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