Railway Stocks: IRFC, RVNL, IRCON के शेयर 10% तक लुढ़के, बजट में ऐसा क्या है जो क्रैश हो गए रेलवे शेयर? – railway stocks crash irfc rvnl ircon shares fall 10 percent after fy26 allocation in budget 2025

Railway Stocks: आज एक फरवरी को बजट डे पर रेलवे शेयरों में जमकर बिकवाली देखी गई। रेलवे स्टॉक्स जैसे IRFC, RVNL, इरकॉन इंटरनेशनल, रेलटेल लिमिटेड और IRCTC के शेयर 6% तक टूट गए। IRFC के शेयर 6 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ जबकि RVNL और IRCON के शेयर 9% से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए। एक दिन पहले ही रेलटेल को 220 करोड़ रुपये के कई ऑर्डर मिलने की खबर आई थी, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयर 7 फीसदी लुढ़ककर बंद हुए।

सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रेलवे को 2.52 लाख करोड़ रुपये के बजट आवंटन को मंजूरी दी है। यह 2024-25 में आवंटित की गई राशि के लगभग बराबर है। रेलवे के लिए आवंटन में बदलाव नहीं होने से इन निवेशकों के भरोसे को झटका लगा है। रेलवे ने यात्रियों, माल और अन्य मदों से अधिक रेवेन्यू का लक्ष्य रखा है। बजट प्रस्तावों के अनुसार, “बजट 2025-26 में कैपेक्स के लिए दिए गए कुल खर्च 2,65,200 करोड़ रुपये में सामान्य रेवेन्यू से 2,52,000 करोड़ रुपये, निर्भया फंड से 200 करोड़ रुपये, आंतरिक संसाधन से 3,000 करोड़ रुपये और अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से 10,000 करोड़ रुपये शामिल हैं।”

इसमें कहा गया, “यात्री, माल, अन्य कोचिंग, अन्य विविध मदों और रेलवे भर्ती बोर्ड आदि से रेवेन्यू सहित रेलवे की कुल प्राप्ति 2025-26 के बजट अनुमान में 3,02,100 करोड़ है। वित्त वर्ष 2024-25 के संशोधित अनुमान में यह 2,79,000 करोड़ रुपये थी।” बजट दस्तावेज में 2024-25 में यात्री और माल ढुलाई सेवाओं, दोनों से आय में वृद्धि दिखाई गई है। रेलवे ने एक बयान में कहा कि यात्री रेवेन्यू लक्ष्य 13.2 फीसदी वृद्धि के साथ 80,000 करोड़ रुपये रखा गया है। माल रेवेन्यू लक्ष्य 1,80,000 करोड़ रुपये पर बनाए रखा गया है, जो 2023-24 की तुलना में सात फीसदी अधिक है।

हालांकि, एक्सपर्ट्स का एक वर्ग मानता है कि माल रेवेन्यू में वृद्धि अपेक्षित अनुमानों के अनुसार नहीं है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में बहुत अधिक कैपेक्स किया गया है। सुरक्षा संबंधी गतिविधियों पर कुल खर्च 2024-25 के संशोधित अनुमान में 1,14,062 करोड़ रुपये और 2025-26 के बजट अनुमान में 1,16,514 करोड़ रुपये है। भारतीय रेलवे सालाना लगभग 4,000 किलोमीटर जोड़कर नेटवर्क विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों के दौरान 31,180 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई हैं।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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