
बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां गांव गजरौला शिव में पति से अनबन के बीच नौ माह की गर्भवती निधि राजपूत ने पांच साल की बेटी भव्या को फांसी लगाकर मार डाला। बाद में निधि (27) ने खुद भी दुपट्टे से फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस हत्या-आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है। घरेलू कलह की भी आशंका जताई जा रही है।
शनिवार सुबह गांव निवासी अश्वनी राजपूत मां शशि के साथ बैंक से पैसा निकालने के लिए गया। पत्नी निधि और बेटी भव्या घर पर थी। आरोप है कि घरेलू कलह में निधि ने बेटी को चुनरी का फंदा बनाकर फांसी पर लटका दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। फिर उसने खुद भी बरामदे में दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी।
बैंक से लौटकर आए अश्वनी ने घर का दरवाजा अंदर से बंद पाया। छत के रास्ते वह घर में दाखिल हुआ तो देखा कि पत्नी और बेटी अलग अलग फंदे पर लटकी हुई हैं। एक चिकित्सक को बुलाया तो उसने बालिका को मृत घोषित कर दिया। जिंदा होने की उम्मीद से वह पड़ोसी युवक के संग पत्नी को बाइक से जिला अस्पताल ले गया। चिकित्सकों ने उसकी नौ माह की गर्भवती पत्नी को मृत घोषित कर दिया।
एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया कि महिला मनोरोगी थी। एक साल पहले तक रुड़की के चिकित्सक से उसका इलाज चला था। गर्भवती होने से पहले तक मनोरोग चिकित्सक से उसका इलाज कराया गया। पति-पत्नी में अनबन के कारण घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका है। हालांकि अभी तक ठोस वजह सामने नहीं आई है।
जिस घर में गूंजनी थीं किलकारियां वहां अब सुनाई दे रहीं सिसकियां
निधि नौ माह की गर्भवती थी, एक या दो दिनों में ही प्रसव होने वाला था। अब अस्पताल में पत्नी को भर्ती करने के खर्च के लिए बैंक से पैसा निकालने जाते वक्त अश्वनी संग में अपनी मां को भी ले गया। मगर, लौटा तो खुशियां मातम में बदल चुकी थी। घर में नया सदस्य आया नहीं बल्कि पत्नी और बेटी भी दुनिया से जा चुकी थी।
गजरौला शिव का रहने वाला अश्वनी राजपूत घर लौटा तो उसकी दुनिया उजड़ चुकी थी। पांच साल की बेटी और गर्भवती पत्नी निधि को फंदे से उतारा। बेटी भव्या के मृत शरीर को घर पर छोड़कर वह पत्नी को बाइक से लेकर जिला अस्पताल की ओर दौड़ा।
यह नजारा देख हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया। युवक किसी तरह पत्नी की जान बच जाने की आस में था। मगर, डाक्टरों ने निधि को मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं महिला के साथ-साथ गर्भ में पल रहे नौ माह के मासूम ने भी दुनिया में आने से से पहले ही दम तोड़ दिया।
मां बेटी की मौत की सूचना पुलिस को मिली। एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी, सीओ सिटी संग्राम सिंह, कोतवाल उदयपाल पुलिस के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने भव्या के शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एएसपी सिटी ने घर की महिलाओं सहित पड़ोसियों से भी घटना के बारे में पूछताछ की। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। वहीं, अश्वनी से भी पुलिस ने घंटों तक पूछताछ की।
गजरौला शिव गांव का रहने वाला अश्वनी एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में अश्वनी ने बताया कि उसकी शादी छह साल पहले हुई थी। एक साल बाद बेटी भव्या का जन्म हुआ। इसके बाद उसकी पत्नी को दो बार गर्भ ठहरा। मगर, अचानक गर्भपात हो जाता था। इसी बीच उसे मनोरोग ने घेर लिया। इसके बाद उसे दोबारा गर्भ ठहरा तो मानसिक रोग की दवाई बंद कर दी गई थी।
बताया जा रहा है कि इस बार परिवार में बेटे का जन्म होने की चाह की जा रही थी। एक या दो दिन में प्रसव होने के बाद शायद परिवार की यह इच्छा भी पूरी हो जाती। मगर, इसी बीच पत्नी निधि ने पांच साल की बेटी भव्या की हत्या करने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। उसकी मौत के साथ साथ गर्भ में पल रहा नौ माह का मासूम भी दुनिया में आने से पहले ही दम तोड़ गया।
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