HRTC Driver Suicide Case: बीते दिनों हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तहत आने वाले धर्मपुर में तैनात ड्राइवर ने आत्महत्या की कोशिश की. ड्राइवर संजय कुमार जब अस्पताल में भर्ती थे, तब उनके परिवार के लोगों की ओर से मोबाइल पर वीडियो शूट किया गया. वीडियो में संजय कुमार धर्मपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए नजर आ रहे थे. ड्राइवर संजय कुमार प्रताड़ना और धर्मपुर के रिजनल मैनेजर की ओर से वेतन रोकने की धमकी जैसे बड़े आरोप लगा रहे थे. 13 जनवरी को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो निगम प्रबंधन ने इसकी जांच के आदेश दिए.
धर्मपुर के रिजनल मैनेजर को प्रबंधन की ‘क्लीन चिट’
हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंधन की ओर से की गई जांच में रिजनल मैनेजर विनोद कुमार को ‘क्लीन चिट’ मिलती हुई नजर आ रही है. एचआरटीसी धर्मपुर इकाई के चालक संजय कुमार की मृत्यु पर दु:ख जताते हुए एचआरटीसी प्रबंधन ने प्रारंभिक जांच में सामने आए पहलुओं को सार्वजनिक किया है.
इससे पहले हिमाचल पथ परिवहन निगम ने धर्मपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में कार्यरत यातायात प्रबंधक विनोद कुमार को अगले आदेशों तक मंडल कार्यालय मंडी अटैच कर दिया था. इसके अलावा एचआरटीसी सरकाघाट के क्षेत्र प्रबंधक मेहर चंद को अगले आदेशों तक एचआरटीसी की धर्मपुर इकाई के क्षेत्र प्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था. हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से सामने आई जांच रिपोर्ट पर ड्राइवर यूनियन पहले ही सवाल खड़े कर चुकी है और इसकी जांच रिटायर्ड जज से करवाने की मांग उठाई गई है.
जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से प्रारंभिक जांच में कहा गया है, “एचआरटीसी धर्मपुर इकाई में कार्यरत एक कर्मचारी के बारे में विभिन्न आरोपों और अफवाहों के संदर्भ में यह महत्वपूर्ण है कि हम उनके अवकाश रिकॉर्ड, अनुशासनात्मक रिकॉर्ड और वेतन रिकॉर्ड को ध्यान में रखें. कर्मचारी संजय कुमार ने 3 जून, 2024 को धर्मपुर इकाई में कार्यभार संभाला था और तब से 3 जनवरी, 2025 तक उन्होंने 72 दिन की छुट्टी ली थी. इसमें 7 दिसंबर 2024 से 3 जनवरी 2025 के बीच 28 दिन की छुट्टी भी शामिल है.
यह बताता है कि उन्हें उदारतापूर्वक छुट्टी दी गई थी. इसके अलावा कर्मचारी के वेतन रिकॉर्ड से पता चलता है कि उनका वेतन नियमित रूप से अन्य कर्मचारियों के साथ भुगतान किया गया था. यह उनके कार्य और वित्तीय स्थिति के बारे में कुछ आरोपों को खारिज करता है”.
शराब पीने के आरोपों के बाद निलंबित था ड्राइवर
रिपोर्ट में आगे कहा गया है- “हालांकि यह बताना महत्वपूर्ण है कि कर्मचारी को पहले रामपुर इकाई में शराब पीने और लापरवाही से वाहन चलाने के लिए निलंबित किया गया था. एचआरटीसी की नीति के अनुसार, बहाल होने पर उन्हें धर्मपुर इकाई में स्थानांतरित कर दिया गया था. इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट है कि विभिन्न मीडिया के माध्यम से फैलाए जा रहे आरोपों और अफवाहों में कोई दम नहीं है. आगे विस्तृत जांच चल रही है और निष्कर्ष निकालने से पहले इसके पूरा होने का इंतजार करना उचित होगा”.
इसे भी पढ़ें: हिमाचल में नशे से निपटने के लिए सुक्खू सरकार ने की तैयारी, स्पेशल टास्क फोर्स ऐसे लगाएगी लगाम
Read More at www.abplive.com