Experts views : निफ्टी का निकट अवधि का रुझान अभी भी कमजोर, 23050 पर नजर आ रहा बड़ा सपोर्ट – experts views niftys near term trend is still weak major support seen at 23050

Market views: आईटी,मेटल,पावर और रियल्टी शेयरों में खरीदारी के बीच भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों ने 15 जनवरी को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बढ़त हासिल की। ​​कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 224.45 अंक या 0.29 फीसदी बढ़कर 76,724.08 पर और निफ्टी 37.15 अंक या 0.16 फीसदी बढ़कर 23,213.20 पर बंद हुआ है। एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि बाजार में दिशाहीनता की स्थिति के कारण एक और दिन उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। हालांकि, शॉर्ट टर्म में बाजार में रिकवरी की संभावना है। इससे निफ्टी ऊपर की तरफ 23,400 तक जा सकता है। जब तक निफ्टी 23,000 से ऊपर रहेगा,तब तक बाजार में सकारात्मक रुख बने रहने की उम्मीद है। मौजूदा स्थिति में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति कारगर साबित होती दिख रही है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का कहना है कि मंगलवार को ऊपर की ओर उछाल दिखाने के बाद निफ्टी ने बुधवार को सीमित दायरे में कारोबार करते हुए अपनी राहत रैली को जारी रखा। दिन के अंत में निफ्टी 37 अंकों की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी आज बढ़त के साथ खुला और पूरे कारोबारी सत्र के दौरान उतार-चढ़ाव के साथ सीमित दायरे में रहा। डेली चार्ट पर एक स्मॉल रेड कैंडल बनी जिसमें माइनर अपर और लोअर शैडो थी। यह बाजार की एक्टिविटी पॉजिटिव रुझान के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने का संकेत दे रही है।

लोअर टॉप और बॉटम जैसे निगेटिव चार्ट पैटर्न बरकरार हैं और वर्तमान पुल बैक पैटर्न के नए लोअर टॉप के अनुरूप हो सकता है। लेकिन लोअर टॉप के रिवर्सल की पुष्टि उच्च स्तर पर होने की जरूरत है। कुल मिलाकर निफ्टी का निकट अवधि का रुझान अभी भी कमजोर है। 23300-23350 के रजिस्टेंस लेवल से ऊपर की मजबूत चाल बाजार में उछाल को और मजबूत कर सकती है। निचले स्तर पर 23050 पर बाजार के लिए एक बड़ा सपोर्ट है।

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि सुस्त कारोबारी सत्र 37.15 अंकों की बढ़त के साथ 23,213.20 पर पॉजिटिव रुख के साथ बंद हुआ। रियल्टी सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला सेक्टर रहा। उसके बाद आईटी और एनर्जी का नंबर रहा। मीडिया में बड़ा करेक्शन को मिला। फार्मा और ऑटो शेयरों ने भी खराब प्रदर्शन किया। मिड और स्मॉल-कैप शेयरों ने फ्रंटलाइन इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया। लगातार बन रहा DOJI कैंडलस्टिक पैटर्न बुल्स और बियर्स के बीच अनिर्णय का संकेत दे रहा है। हालांकि कुल मिलाकर रुझान मंदी का ही है। निफ्टी की 23,750 से ऊपर की चाल रुख बदलने का संकेत दे सकती है। जबकि 23,050 से नीचे जाने पर निफ्टी 22,800 तक नीचे गिर सकता है। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट 23,140 पर है। वहीं, रजिस्टेंस 23,350 पर है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी, डॉलर में मजबूती और एफआईआई की बढ़ती बिकवाली के कारण घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। मार्केट दिसंबर के अमेरिकी सीपीआई महंगाई के आंकड़ों के आने से पहले सतर्क हैं। शॉर्ट टर्म में अमेरिका में महंगाई के उच्च स्तरो पर रहने की उम्मीद है। ऐसा होने पर यूएस फेड की दरों में कटौती करने की क्षमता सीमित हो जाएगी। साथ ही तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और डॉलर की मजबूती से निकट भविष्य में घरेलू महंगाई के भी बढ़ने की संभावना है।

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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में ठहराव आ रहा है। इसके रिकवरी के प्रयासों को प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि चुनिंदा हैवीवेट स्टॉक गिरावट को सीमित कर रहे हैं। निवेशक अब बाजार की दिशा के संकेतों के लिए रिलायंस,इंफोसिस और एक्सिस बैंक के नतीजों पर बारीकी से नज़र रखे हुए हैं। बाजार का ओवरऑल ट्रेंड मंदी का है। निफ्टी में 23,300 से ऊपर का एक निर्णायक ब्रेक 23,500 की ओर वापसी का कारण बन सकता है। दूसरी ओर, 23,100 से नीचे की गिरावट, कमजोरी के अगले चरण को ट्रिगर कर सकती है,जिससे सूचकांक 22,700 की ओर बढ़ सकता है। ट्रेडरों को रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करते हुए अपनी रणनीतियों को तय करना चाहिए।

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