indian railways will now wash used blankets in 15 days know which diseases are at risk from it

Indian Railway Bedrolls : ट्रेनों में सफर करने वालों को अब गंदे और बदबूदार कंबल नहीं मिलेंगे. रेलवे अब बेडरोल में मिलने वाले कंबल को 15 दिनों में धोएगा. यात्रियों की शिकायतों को देखते हुए भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने यह फैसला लिया है. बता दें कि ट्रेन की AC कोच में सफर करने वाले पैसेंजर्स को बेडरोल दिया जाता है.

हाल ही में एक RTI के जवाब में रेलवे ने बताया था कि जो कंबल दिए जाते हैं, उन्हें महीने में सिर्फ एक बार ही धोया जाता है. ऐसे में इन कंबलों का इस्तेमाल करने वालों को कई बीमारियों का खतरा रहता है. अब जब 15-15 दिनों में इन ब्लैंकेट्स की सफाई होगी तो इन बीमारियों का खतरा भी कम होगा.

बिना धोए कंबल इस्तेमाल करने से होने वाली बीमारियां

1. स्किन एलर्जी

ट्रेनों में कई-कई दिनों तक कंबल न धोने और एक ही कंबल को कई यात्रियों के इस्तेमाल से इसमें बैक्टीरिया, वायरस या फंगस पैदा हो सकते हैं.  गंदे कंबलों में धूल के कण या डस्ट माइट भी हो सकते हैं, जो स्किन एलर्जी, खुजली या रैशेज की समस्या का कारण बन सकते हैं.

2. स्किन इंफेक्शन

अगर कंबलों में नमी रहती है और इसे कई-कई दिनों तक ठीक तरह से न सुखाया जाए तो फंगस पनपने का खतरा बढ़जाता है. इससे स्किन इंफेक्शन (Skin Infection) हो सकता है. त्वचा खराब भी हो सकती है.

3. अस्थमा का खतरा

4. सर्दी-खांसी, खराश

अगर कंबलों को बहुत दिनों तक न धोया जाए और कई लोग उसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो वायरस या बैक्टीरिया से कंबल संक्रमित हो सकते हैं, जिनका इस्तेमाल सामान्य सर्दी, खांसी या गले में खराश का कारण बन सकता है.

5. वायरल याफ्लू का खतरा

अगर आपसे पहले कंबल का इस्तेमाल पहले किसी बीमार व्यक्ति ने किया है तो इससे फ्लू या वायरल संक्रमण फैल सकता है. गंदगी या बैक्टीरिया वाले कंबल से फोड़े-फुंसी की वजह भी बन सकते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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