शामली: RLD विधायक के किले को कब्जामुक्त करा, हिंदुओं की अस्थियां निकालने की मांग , कार्रवाई नहीं हुई तो होगी हिंदू महापंचायत

शामली। शामली के थानाभवन क्षेत्र से विधायक अशरफ अली के किले मनहार खेड़ा को लेकर विवाद लगातार गहराता ही जा रहा है। जलालाबाद कस्बे में स्थित किले के अंदर पुरातत्व विभाग के द्वारा खुदाई करवाई जाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में मनहार खेड़ा संघर्ष समिति के लोग शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की के किले के अंदर उनके 1444 पूर्वजों की अस्थियां दबाई गई है, साथ ही उनकी पारिवारिक रानियां व बच्चीयों के द्वारा जल जौहर जिस कुएं में किया गया था, उसकी भी पुरातत्व विभाग के द्वारा खुदाई की जाए और सभी अस्थियों को उन्हें सौंपा जाए, जिन्हें वह गंगा में प्रभावित कर अपने पूर्वजों की आत्मा को शांति दिला सके। आंदोलनकारी की मांग थी कि यदि दो माह के अंदर यह कार्य नहीं हुआ तो, समस्त हिंदू समाज किले के अंदर बड़ी हिंदू महापंचायत करेंगा।

दरअसल आपको बता दें कि यह मामला जनपद शामली के कस्बा जलालाबाद स्थित राष्ट्रीय लोकदल थानाभवन से विधायक अशरफ अली के आवास का है। उनके किले नुमा आवास को लेकर मनहार खेड़ा संघर्ष समिति के लोग दावा कर रहे हैं, कि यह किला उनके पूर्वजों का है। जहां जलाल खान ने उनके पूर्वजों की जहर देकर हत्या कर दी थी और किले पर कब्जा कर लिया था। वह सभी इसके लिए को पुरातत्व विभाग के संरक्षण में दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर बड़ी संख्या में नागरिक आज शामली कलेक्ट्रेट में पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के बाद उन्होंने एडीएम परमानंद झा वे एसडीएम हामिद हुसैन को एक ज्ञापन सौंपा। मनहार खेड़ा किले के अंतिम राजा गोपाल सिंह की 16वीं पीढ़ी के वंशज भानु प्रताप सिंह ने दावा किया सन 1690 में जलाल खान ने दावत के नाम पर उनके 1444 पूर्वजों को जहर देकर मार दिया था और उनकी अस्थियों को किले के अंदर ही दफन कर दिया। यही नहीं किले में मौजूद रानियां व छोटी-छोटी बच्चियों ने एक कुएं के अंदर कूद कर जल जौहर किया था। उनके 1444 परिजनों व जोहर करने वाली रानिया व बच्चियों की अस्थियां आज भी किले के अंदर दफन है।

खुदाई करके उनके पूर्वजों की हस्तियों को उनको सौंपा जाए, जिससे कि वह विधि विधान के साथ अस्थियों का गंगा में विसर्जन कर, उनकी आत्माओं को शांति दिला सके। उन्होंने मांग की की वर्तमान में उसे किले पर विधायक असरफ अली का कब्जा है, जो की उत्तर प्रदेश में गठबंधन सरकार का हिस्सा है, कहीं ना कहीं राजनीतिक दबाव में विधायक की मदद की जा रही है। आंदोलनकारी ने चेतावनी दी कि यदि दो माह के अंदर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह किले के अंदर ही एक विशाल हिंदू महापंचायत का आयोजन करेंगे और आगे की रणनीति वही तय की जाएगी

इस मामले में एसडीएम शामली हामिद हुसैन ने बताया कि आज मनहार खेड़ा समिति के सदस्य आए थे, वो जलालाबाद के किले को पुरातत्व विभाग के संरक्षण में ले जाने की मांग कर रहे हैं। हमसे पुरातत्व विभाग ने कुछ रिकॉर्ड मांगे गए थे, जो हमने भेज दिए हैं। इन लोगों की मांग है की किले के अंदर खुदाई की जाए, हम ज्ञापन को सक्षम जगह भेजेंगे और जो भी आदेश होगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। किले के अंदर खुदाई होगी या नहीं होगी यह पुरातत्व विभाग ही दिखेगा और जैसा निर्देश होगा उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।

 

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