बागपत। एंटी करप्शन की टीम ने साढ़े चार हजार रुपये रिश्वत लेते हुए लेखपाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी लेखपाल ने किसान से खेत और चकरोड पैमाइश के नाम पर पांच हजार रुपये मांगे थे। आरोपी को गिरफ्तार कर जानी थाना पुलिस के हवाले किया गया है और मुकदमा दर्ज कराया गया है। जानी थाना क्षेत्र के टिमकिया गांव निवासी कृष्णपाल सिंह के पड़ोसी ने शिकायत की थी कि कृष्णपाल ने चकरोड काटकर अपने खेत में मिलाई है। इस बात को लेकर कृष्णपाल सिंह ने तहसीलदार को एक प्रार्थना पत्र देते हुए अपने खेत का रकबा पूरा कराने की मांग की थी, साथ ही बताया था कि उसकी ओर से कोई चकरोड नहीं काटी गई और जो सरकारी अभिलेख में जमीन उनके नाम पर है, नापतौल कराकर उसे ही पूरा करा दिया जाए। इस काम की जिम्मेदारी सदर तहसील के लेखपाल मोहम्मद हारुन को दी गई थी। हारुन मूल रूप से बागपत के रमाला थाना क्षेत्र स्थित किशनपुर बराल गांव का निवासी है और वर्तमान में मुस्तफाबाद दिल्ली में रह रहा है। आरोपी हारुन ने कृष्णपाल को धमकाया और बताया कि यदि माप कराई तो पांच फीट चकरोड उसके खेत में आएगी। हारुन ने खेत पूरा करने और कृष्णपाल की जमीन से चकरोड नहीं निकालने के नाम पर पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में साढ़े चार हजार रुपये में बात तय कर दी गई। कृष्णपाल ने इस मामले में एंटी करप्शन टीम को शिकायत कर दी। इसके बाद मंगलवार शाम को टिमकिया पुल पर हारुन ने कृष्णपाल को मिलने के लिए बुलाया। यहीं पर एंटी करप्शन इंस्पेक्टर दुर्वेश कुमार और उनकी टीम ने घेराबंदी कर दी। लेखपाल हारुन अपनी कार में शाम करीब 4.30 बजे आया और कृष्णपाल से रिश्वत की रकम लेकर अपनी कार में रख ली। इसी दौरान एंटी करप्शन टीम ने कार को घेर लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपी से साढ़े चार हजार रुपये की रिश्वत में ली गई रकम बरामद कर ली गई। आरोपी को जानी थाने लाया गया है और इंस्पेक्टर दुर्वेश कुमार की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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