health tips what diseases can humans get from pigeons check list

Diseases Caused By Pigeon : क्या आप जानते हैं कि शांति और सादगी के प्रतीक कबूतर इंसानों की सेहत के लिए खतरनाक हैं. इनकी वजह से कई बीमारियां फैल सकती हैं.अगर नहीं तो सावधान हो जाइए. दरअसल, खूबसूरत दिखने वाला ये पक्षी हेल्थ को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है.

इसी को देखते हुए कुछ महीने पहले दिल्ली नगर निगम (MCD) ने कबूतरों को दाना डालने पर बैन लगाने का प्लान कर रहा था. इसकी वजह कबूतरों की लगातार बढ़ती संख्या और बीमारियां बताई गई थी. मुंबई के कुछ इलाकों में इस पर पहले से रोक है. ऐसे में आइए जानते हैं कबूतरों की वजह से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं.

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1. फेफड़ों को कर सकते हैं खराब

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कबूतरों की बीट छतों और बालकनी को गंदा करने के साथ लंग्स (Lungs) को भी खराब कर सकती हैं. इनकी वजह हाइपर सेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस का खतरा रहता है.दरअसल, कबूतर की बीट में एवियन एंटीजंस मौजूद होते हैं, जो खतरनाक होते हैं. ये हवा के जरिए नाक में पहुंचकर सांसों से फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं और लंग्स टिश्यू खराब करने लगते है. यही कारण है कि कबूतरों को दाना डालने वालों के फेफड़े जल्दी खराब हो सकते हैं. उनमें सांस लेने की क्षमता कम होती जाती है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. 

2. अस्थमा के मरीजों के लिए खतरा

अस्थमा पीड़ितों को कबूतरों से दूर रहने की सलाह दी जाती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कबूतर भी अस्थमा का कारण बन सकते हैं. ऐसे में जिन लोगों के फेफड़े पहले से ही कमरोज हैं, वे इनसे होने वाले इंफेक्शन की चपेट में ज्यादा जल्दी आ सकते हैं. कमजोर इम्यून सिस्टम वालों को भी सावधान रहना चाहिए. बच्चों और बुजुर्गों को कबूतरों से दूर रखना चाहिए.

3. फंगल इंफेक्शन हो सकता है

कबूतरों की बीट या पंखों से फंगल इंफेक्शन कैंडिडिआसिस (Candidiasis) का खतरा भी रहता है. यह कैंडिडा यीस्ट की ग्रोथ की वजह से हो सकता है. इसकी वजह से मुंह में सूजन, व्हाइट पैच, खाने का टेस्ट न आना और मुंह के दोनों कोनों में लालपन आने लगता है. इसकी वजह से स्किन की रंगत उड़ सकती है या वह लाल होने लगती है,स्किन में दर्द भी हो सकता है. इस बीमारी की वजह से प्राइवेट पार्ट में भी समस्याएं हो सकती हैं.इस एरिया में खुजली, जलन और महिलाओं में ज्यादा डिस्चार्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कैंडिडा यीस्ट की वजह से नाखून भी खराब हो सकते हैं.

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4. सिरदर्द और बुखार

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कबूतरों से ई-कोलाई हमारे शरीर में पहुंच सकता है.  कबूतरों की बीट पानी, सब्जी, फल या खेतों में गिरने के बाद अगर बिना साफ किए किसी तरह शरीर के अंदर पहुंच जाए तो ई-कोलाई बैक्टीरिया शरीर में घुस जाता है, जिसकी वजह से बेहोशी, जी-मिचलाना, सिरदर्द या बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

कबूतरों की बीट नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है. कबूतरों की बीट से सिटाकोसिस होने का खतरा भी रहता है, जिसे पैरेट फीवर भी कहा जाता है, ज Chlamydia psittaci नामक बैक्टीरिया से फैलता है. इसमें फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं. बुखार, थकान और मांसपेशियों में दर्द आ सकता है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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