Australia Ban Social Media: ऑस्ट्रेलिया ने “सोशल मीडिया न्यूनतम आयु बिल” पारित कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लॉग इन करने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है. इस कानून के तहत, इंस्टाग्राम, फेसबुक, और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म पर लॉग इन करने वाले नाबालिगों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया में लागू कानून के मुख्य प्रावधान का मकसद है, सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव से बच्चों की मानसिक सेहत को सुरक्षित करना. अगर कोई नाबालिग इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हैं तो उस पर 32 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹270 करोड़) का जुर्माना लगाया जाएगा. वहीं इस कानून में यूट्यूब को छूट दी गई है क्योंकि यह स्कूलों में शैक्षिक उद्देश्यों के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है.
जनवरी 2024 में लागू किया जाएगा कानून
ऑस्ट्रेलिया में सोशल मीडिया से जुड़ा कानून जनवरी 2024 में लागू किया जाएगा. इसके एक साल बाद, यह कानून पूरी तरह प्रभावी हो जाएगा. ऑस्ट्रेलिया के अलावा फ्रांस और कुछ अमेरिकी राज्यों ने माता-पिता की अनुमति के बिना नाबालिगों की सोशल मीडिया तक पहुंच को प्रतिबंधित करने के लिए कानून पारित किया है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पूर्ण प्रतिबंध लगाकर इन देशों से अधिक सख्त रुख अपनाया है. हालांकि, इस कानून से अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है, क्योंकि यह मेटा, टिकटॉक, और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसी अमेरिकी कंपनियों को सीधे प्रभावित करता है.इस प्रतिबंध को कुछ लोग अभिव्यक्ति की आजादी और बच्चों के ऑनलाइन शिक्षा और मनोरंजन के अधिकार के खिलाफ मानते हैं. सोशल मीडिया कंपनियों का कहना है कि यह प्रतिबंध असंभव है और इसे लागू करना कठिन होगा.
सोशल मीडिया और बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य
1. सोशल मीडिया के प्रभाव
सोशल मीडिया पर बढ़ते समय व्यतीत करने से बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं, जैसे कि अवसाद और चिंता.
साइबर बुलिंग और अनावश्यक तुलना के कारण आत्मविश्वास की कमी.
2. पेरेंटल कंट्रोल की सीमाएं
माता-पिता द्वारा निगरानी करने के बावजूद बच्चे प्लेटफॉर्म्स पर समय बिताने के नए तरीके ढूंढते हैं.
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