बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने 55 शेयरों की सर्किट लिमिट में बदलाव का ऐलान किया है। इनमें अदाणी टोटल गैस, एंजल वन, जोमैटो, जियो फाइनेंशियल और यस बैंक सहित कई दिग्गज स्टॉक्स शामिल हैं। ये बदलाव आज 29 नवंबर से लागू भी हो गया। BSE ने बताया कि उसने 46 शेयरों की सर्किट लिमिट को बदलकर अब 10 फीसदी कर दिया है। वहीं 4 शेयरों की सर्किट लिमिट को बदलकर 5 फीसदी कर दिया है। जबकि 5 शेयरों की सर्किट लिमिट को घटाकर 2 फीसदी कर दिया है।
जिन 46 शेयरों की सर्किट लिमिट को बदलकर 10 फीसदी किया गया है, उनमें अदाणी टोटल गैस, APL अपोलो ट्यूब्स, बैंक ऑफ इंडिया, एंजल लव, पिक्स ट्रांसमिशन, VTM लिमिटेड, इंडियन वुड प्रोडक्ट्स कंपनी, व्हाइट ऑर्गेनिक रिटेल, इंडो कॉटस्पिन, CAMS, CESC, CG पावर, डेल्हीवरी, IRB इंफ्रा, डीमार्ट, HFCL, HUDCO, साइएंट, इंडियन बैंक, IRFC, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, जिंदल स्टेनलेस, JSW एनर्जी, कल्याण ज्वैलर्स, KEI इंडस्ट्रीज, KPIT टेक, LIC, मैक्रोटेक डेवलपर्स, मैक्स हेल्थकेयर, NCC, NHPC, नायका, ऑयल इंडिया, पेटीएम, PB फिनटेक, पूनावाला फिनकॉर्प, प्रेस्टीज एस्टेट्स, SJVN, सोना BLW, सुप्रीम इंडस्ट्रीज, टाटा एलेक्सी, ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स, वरुण बेवरेजेज, यस बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और जोमैटो शामिल हैं।
क्या होती है सर्किट लिमिट?
फिलहाल BSE ने अपने शेयरों के लिए 4 सर्किट लिमिट तय की हुई है- 20%, 10%, 5% और 2%। इस सर्किट लिमिट को प्राइस बैंड भी कहा जाता है।
इन शेयरों की सर्किट लिमिट भी बदली?
BSE ने जिन 4 शेयरों की सर्किट लिमिट यानी प्राइस बैंड को बदलकर 5 फीसदी किया है, उसमें BGIL फिल्म्स एंड टेक्नोलॉजी, लैफंस पेट्रोकेमिकल्स और प्राइमा इंडस्ट्रीज शामिल हैं। वहीं जिन 5 शेयरों की सर्किट लिमिट बदलकर 2 फीसदी करने का फैसला किया गया है, उसमें इंडस फाइनेंस, एवरो इंडिया लिमिटेड, नापबुक्स लिमिटेड, SMS लाइफसाइंसेज इंडिया और शंकर लाल रामपाल डाई-केम शामिल हैं।
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