UP Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की उपचुनाव वाली 9 विधानसभा सीटों पर छिटपुट घटनाओं के साथ बुधवार को मतदान संपन्न हो गया. चुनाव आयोग ने बताया कि 49.3 फीसदी अनुमानित मतदान हुआ है. उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. 23 नवंबर को उनके भाग्य का फैसला होगा.
उपचुनाव के दौरान कई जगहों से बवाल और हंगामे की खबरें आई. सपा लगातार भाजपा, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर बेईमानी का आरोप लगाती रही. इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव की शिकायत पर चुनाव आयोग ने पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.
कहां हुई कितनी वोटिंग?
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार मीरापुर में 57.1 फीसदी, कुंदरकी में 57.7 फीसदी, गाजियाबाद में 33.3 फीसदी, खैर में 46.3 फीसदी, करहल में 54.1 फीसदी, सीसामऊ में 49.1 फीसदी, फूलपुर में 43.4 फीसदी, कटेहरी में 56.9 फीसदी और मझवां में 50.4 फीसदी मतदान हुआ. मतदान की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए 50 फीसदी से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी.
चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. मतदान के दिन विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से प्राप्त शिकायतों का तत्परता से जांच कराकर निस्तारण कराया गया.
सपा ने की ये अपील
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम सील होने तक और उसके बाद जब तक ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम तक नहीं पहुंच जाती है, तब तक आप उसकी निगरानी करें.
सपा ने आगे कहा, “मतदान खत्म होने के बाद जिस गाड़ी पर ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम जाती है, आप लोग उस गाड़ी के पीछे-पीछे जाकर स्ट्रॉन्ग रूम तक छोड़कर आएं. साथ ही पार्टी के पोलिंग एजेंट पीठासीन अधिकारी से फॉर्म 17 ग (भाग-1) अवश्य प्राप्त करें और उसे निर्वाचन अभिकर्ता को उपलब्ध कराएं.”
कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस सरकार ने सारी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया है. यह लोगों को परेशान कर रहे हैं. यह सरकार उन लोगों को परेशान कर रही है, जो उनके खिलाफ वोट कर रहे हैं.
कड़ी सुरक्षा में हुआ मतदान
आयोग के मुताबिक, “मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाए रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए 50 फीसदी से अधिक मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग के जरिये तीनों स्तर पर किया गया. मतदान पर सुरक्षा दृष्टि से 9 सामान्य प्रेक्षक, 5 पुलिस प्रेक्षक और 9 व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए थे.”
चुनाव में सभी 3 हजार 718 मतदेय स्थलों पर मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम, वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी. मतदान के दौरान जहां शिकायत प्राप्त हुई, वहां तुरंत निस्तारण किया गया.
इन दलों में है मुख्य मुकाबला
उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी आठ और उसकी सहयोगी रालोद एक सीट पर चुनाव लड़ रही है. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी, कांग्रेस के समर्थन से सभी नौ सीटों पर मैदान में है. बहुजन समाज पार्टी भी सभी नौ सीटों पर ताल ठोक रही है. मुख्य रुप से बीजेपी, सपा और बीएसपी में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है.
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