Shani Margi 2024 Highlights: ज्योतिष (Jyotish) में शनि देव को कर्म फलदाता और न्यायप्रिय देव कहा जाता है. शनि देव को मकर और कुंभ राशि का स्वामित्व प्राप्त है. शनि तुला राशि में उच्च और मेष राशि में नीच होते हैं. साथ ही शनि 27 नक्षत्रों में तीन नक्षत्र पुष्य, अनुराधा और उत्तराभाद्रपद के स्वामी भी हैं.
वैसे तो सभी ग्रह राशि परिवर्तन या गोचर (Gochar) करते हैं लेकिन शनि के चाल बदलने का प्रभाव ज्योतिष में सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. इसका कारण यह है कि शनि सभी ग्रहों की तुलना में सबसे धीमी गति से चलते हैं. इसलिए इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में शनि को अधिक समय लगता है और किसी राशि पर शनि का शुभ-अशुभ प्रभाव भी अधिक समय तक रहता है.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि, शनि 30 जून 2024 से कुंभ राशि में वक्री अवस्था में थे. लेकिन अब लगभग 139 दिनों बाद शनि इसी राशि में मार्गी होने जा रहे हैं. बता दें कि शनि वक्री का अर्थ होता है उल्टी चाल चलना और मार्गी का अर्थ होता है सीधी चाल चलना.
शनि वक्री 2024 (Shani Vakri 2024)
शनि देव लगभग साढ़े चार महीने बाद मार्गी हुए है. ज्योतिष की दृष्टि से शनि का मार्गी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शनि 15 नवंबर को शाम 5 बजकर 9 मिनट पर अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ (Kumbh) में ही मार्गी हो गए हैं. अब शनि मार्च 2025 तक इसी अवस्था में रहेंगे. शनि का गोचर 29 मार्च 2025 को मीन राशि में होगा.
शनि का प्रभाव (Shani Dev Effect)
शनि के मार्गी होते ही जहां कुछ राशियों का भाग्योदय होगा तो वहीं कुछ के जीवन में उथल-पुथल मच सकती है. खासकर जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है उन्हें सावधान रहने की जरूरत है.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, किसी जातक की कुंडली में शनि जब लग्न भाव में होते हैं तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. ऐसा व्यक्ति गुणवान होने के बावजूद भी कार्यों को बहुत धीमी गति से करता है, क्योंकि उसपर शनि का अधिक प्रभाव रहता है. शनि का शुभ प्रभाव व्यक्ति को कर्मठ, न्यायप्रिय, कर्मशील और मेहनती बनाता है.
ये भी पढ़ें: Shani Margi 2024: शनि होंगे मार्गी, साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही राशियों का करेंगे भाग्योदय
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें
Read More at www.abplive.com