मेरठ। लॉरेंस विश्नोई गैंग के दो शूटरों राहुल कुमार और महेंद्र कुमार का मेरठ से फर्जी पासपोर्ट जारी हो गया था। दोनों शूटर फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई पहुंच गए। खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर जांच की गई। सीओ दौराला की जांच रिपोर्ट में बिना सत्यापन ही मुहर लगाने की स्थिति सामने आने और भूमिका संदिग्ध मिलने पर एसएसपी ने दो सिपाही निलंबित किए हैं। इनमें संदेश शर्मा कंकरखेड़ा और धीरज परतापुर थाने में तैनात हैं।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के आंबेडकर रोड निवासी राजू वैध गाजियाबाद में पासपोर्ट ऑफिस के पास साइबर कैफे चलाता था। इसी साल अप्रैल माह में राजू के पास लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार पुत्र चेतन लाल और महेंद्र कुमार पुत्र खजोहर लाल पहुंचे थे। दोनों ने राजू वैध से फर्जी पासपोर्ट बनाने की मांग की थी। इस पर राजू ने उनसे पैसे लिए थे। बाद में राजू ने कंकरखेड़ा के श्रद्धापुरी के पते पर फर्जी पासपोर्ट बना दिए थे।
वहीं, राजू ने तत्काल पासपोर्ट बनवाने के नाम पर अपना मोबाइल नंबर डाल दिया था। ये दोनों बदमाश रंगदारी मामले में बीकानेर से फरार थे। दोनों बदमाशों पर राजस्थान में कई मुकदमे थे। पुलिस ने राजू वैध के नंबर के आधार पर जांच शुरू की थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी राजू को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था। इसमें राजस्थान पुलिस ने तत्कालीन एसएसपी को अवगत कराया था।
इसके बाद से ही फर्जी पासपोर्ट मामले की गहनता से जांच शुरू की गई। इसमें कांस्टेबल संदेश शर्मा और धीरज को भी दोषी पाया गया। एसएसपी डा. विपिन ताडा का कहना है कि दो सिपाही निलंबित किए हैं। अभी जांच जारी है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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