Chhath Puja 2024 can cut hair nails and beard trimmed or not during chhath vrat

छठ हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पर्व में एक है, जिसमें कड़े नियमों का पालन करना पड़ता है. इस साल छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर से हुई है, जिसका समापन 8 नवंबर 2024 को होगा.

छठ हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पर्व में एक है, जिसमें कड़े नियमों का पालन करना पड़ता है. इस साल छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर से हुई है, जिसका समापन 8 नवंबर 2024 को होगा.

छठ पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है और इस दौरान विशेष नियमों का पालन किया जाता है. साथ ही छठ में पवित्रता और स्वच्छता का भी ध्यान रखा जाता है. क्योंकि जाने-अनजाने में हुई जरा सी भूल से व्रत का फल नहीं मिलता.

छठ पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है और इस दौरान विशेष नियमों का पालन किया जाता है. साथ ही छठ में पवित्रता और स्वच्छता का भी ध्यान रखा जाता है. क्योंकि जाने-अनजाने में हुई जरा सी भूल से व्रत का फल नहीं मिलता.

तमाम नियमों के बीच लोगों के मन में यह भी सवाल रहता है कि क्या छठ पर्व में बाल दाढ़ी बनवा सकते हैं या नाखून काट सकते हैं. आपको बता दें कि छठ पूजा में हजामत से जुड़े काम करना शुभ नहीं माना जाता है.

तमाम नियमों के बीच लोगों के मन में यह भी सवाल रहता है कि क्या छठ पर्व में बाल दाढ़ी बनवा सकते हैं या नाखून काट सकते हैं. आपको बता दें कि छठ पूजा में हजामत से जुड़े काम करना शुभ नहीं माना जाता है.

केवल छठ ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म से जुड़े किसी भी त्योहार में व्रत रखने के बाद हजामत के कार्य करना वर्जित होता है. इसलिए आप व्रत शुरू करने से पहले से ये सारे काम निपटा लें.

केवल छठ ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म से जुड़े किसी भी त्योहार में व्रत रखने के बाद हजामत के कार्य करना वर्जित होता है. इसलिए आप व्रत शुरू करने से पहले से ये सारे काम निपटा लें.

छठ के अलावा सावन, पितृपक्ष और नवरात्रि जैसे दिनों में भी बाल-दाढ़ी बनवाना वर्जित होता है. वर्जित दिनों में बाल-दाढ़ी बनवाने से मानसिक अशांति और खराब आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है.

छठ के अलावा सावन, पितृपक्ष और नवरात्रि जैसे दिनों में भी बाल-दाढ़ी बनवाना वर्जित होता है. वर्जित दिनों में बाल-दाढ़ी बनवाने से मानसिक अशांति और खराब आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है.

इसके साथ ही छठ पूजा में पूरे चार दिनों तक मांसाहार और लहसुन-प्याज युक्त भोजन नहीं करना चाहिए. इस समय मूली, गाजर और कच्ची हल्दी जैसी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए. क्योंकि ये चीजें सूप में रखकर सूर्य देव को अर्घ्य दी जाती है.

इसके साथ ही छठ पूजा में पूरे चार दिनों तक मांसाहार और लहसुन-प्याज युक्त भोजन नहीं करना चाहिए. इस समय मूली, गाजर और कच्ची हल्दी जैसी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए. क्योंकि ये चीजें सूप में रखकर सूर्य देव को अर्घ्य दी जाती है.

Published at : 05 Nov 2024 10:01 PM (IST)

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