L&T Q2 Results: इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने आज 30 अक्टूबर को FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 3395 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने बाजार की उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। कंपनी के शेयरों में आज 0.77 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 3407.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 4.68 लाख करोड़ रुपये है।
कैसे रहे L&T के नतीजे
ब्रोकरेज अनुमानों के मनीकंट्रोल पोल ने एलएंडटी के दूसरी तिमाही के शुद्ध लाभ में मामूली गिरावट के साथ 3182 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था। कंपनी का जुलाई-सितंबर का रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 61,555 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कि पोल अनुमान 57303 करोड़ रुपये से बेहतर रहा। नतीजों से पहले, ब्रोकरेज ने कहा कि बिक्री में बढ़ोतरी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट सेगमेंट में एग्जीक्यूशन में तेजी और आईटी और ITeS पोर्टफोलियो में लगातार ग्रोथ से प्रेरित होगी।
कंपनी ने कहा कि 30 सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ऑर्डर इनफ्लो 80,045 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 10 फीसदी की गिरावट है। एलएंडटी ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में हाइड्रोकार्बन बिजनेस में दो इंटरनेशनल अल्ट्रा-मेगा ऑर्डर मिले, जिससे पिछले साल ग्रुप लेवल पर उसके ऑर्डर इनफ्लो को 89153 करोड़ रुपये तक बढ़ाने में मदद मिली। इंटरनेशनल ऑर्डर 50,083 करोड़ रुपये थे, जो कुल ऑर्डर इनफ्लो का 63 फीसदी था।
L&T का बयान
कंपनी ने एक बयान में कहा, “तिमाही के दौरान, रिन्यूएबल एनर्जी, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, सड़क और रनवे, अर्बन ट्रांजिट, परमाणु ऊर्जा, हाइडल और सुरंग, खनिज और धातु, कारखाने, प्रीसिजन इंजीनियरिंग और हाइड्रोकार्बन बिजनेस के ऑफशोर वर्टिकल जैसे कई क्षेत्रों में मल्टी-जियोग्रॉफी ऑर्डर प्राप्त हुए।”
एलएंडटी ने कहा कि 30 सितंबर 2024 तक ग्रुप की कंसोलिडेटेड ऑर्डर बुक 5,10,402 करोड़ रुपये रही, जिसमें इंटरनेशनल ऑर्डर की हिस्सेदारी 40 फीसदी थी। कंपनी ने कहा कि 5,10,402 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक 30 सितंबर 2023 तक 450,734 करोड़ रुपये और 30 जून 2024 तक 4,75,809 करोड़ रुपये की तुलना में 7 फीसदी अधिक है।
L&T को भारत की आर्थिक ग्रोथ जारी रहने की उम्मीद
एलएंडटी को उम्मीद है कि पब्लिक और प्राइवेट कैपिटल इनवेस्टमेंट दोनों की मदद से मध्यम अवधि में भारत की आर्थिक ग्रोथ की गति जारी रहेगी। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “निवेश गतिविधि लचीली बनी हुई है, सरकारी कैपेक्स पहली तिमाही में देखी गई कमी से उबर रहा है।”
एलएंडटी ने कहा कि उम्मीद से बेहतर दक्षिण-पश्चिम मानसून ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कंज्यूमर डिमांड के रिवाइवल के लिए अच्छा संकेत है, साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की नई रोजगार-संबंधी प्रोत्साहन योजनाएं भारत में कुशल/प्रशिक्षित श्रमिकों की उपलब्धता में सुधार कर सकती हैं।
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