Kamala Harris vs Donald Trump Big prediction about elections in usa Kamala Harris can become president

US Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का शोर चरम पर पहुंच चुका है. इस चुनाव पर पूरे विश्व की नजर है. अमेरिका में आज एक बड़ी रैली हो रही है, जिसमें कमला हैरिस के साथ बराक ओबामा के साथ नजर आएंगी. इस रैली को बेहद अहम माना जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र से जानते हैं कि कमला हैरिस का समय कैसा चल रहा है, क्या वे अमेरिका की राष्ट्रपति बन पाएंगी या नहीं, ग्रहों की चाल से जानते हैं.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है. अमेरिका राष्ट्रपति पद पर क्या पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चुने जाएंगे या फिर कमला हैरिस को जनता चुनेगी. 5 नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी के कमला हैरिस के बीच कड़ा मुकाबला है.

US Election 2024: कमला या ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आ गई बड़ी भविष्यवाणी, परिणाम होश उड़ा देंगे

राष्ट्रपति चुनाव में सुरक्षा, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी अर्थव्यवस्था, अप्रवासन, गर्भपात, यूक्रेन सहायता, इजरायल गाजा युद्ध, आयकर, स्वास्थ्य, अपराध, जलवायु, और पड़ोसी देश चीन के आदि प्रमुख मुद्दे है. पूरा चुनाव इन मुद्दों पर हो रहा है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर – जोधपुर के निदेशक  ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष 21 जुलाई 2024 को जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने चुनावी दौड़ से हटते हुए अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी की महिला नेता और उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकित करने का प्रस्ताव दिया तब वहां के राजनैतिक माहौल में सनसनी मच गई.

इस साल की शुरुआत से रिपब्लिकन पार्टी के नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (78 वर्ष ) अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन (81 वर्ष) की बढ़ती आयु के कारण शारीरिक अक्षमता को लेकर लगातार कटाक्ष कर रहे थे, किन्तु अपेक्षाकृत युवा प्रतिद्वंदी कमला हैरिस (60 वर्ष) के मैदान में आने के बाद से यह माना जाने लगा था कि अब डोनाल्ड ट्रम्प का 5 नवंबर को होने वाला अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत पाना कठिन है. 

ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि अक्टूबर माह में हुए चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के महत्वपूर्ण राज्यों में अपनी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस से आगे चल रहे हैं. ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें तो 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में एक दिलचस्प तस्वीर उभरकर सामने आ रही है.

ट्रम्प के लिए अशुभ है गुरु की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा
डॉक्टर अनीष व्यास ने बताया कि गुरु में शनि की अन्तर्दशा में चल रहे ट्रम्प 14 जून 1946 को न्यूयॉर्क में सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर पैदा हुए. डोनाल्ड ट्रम्प की सिंह लग्न की कुंडली में अद्भुत राजयोग है. कुंडली में लग्न में विराजमान मंगल अपनी चौथी दृष्टि से चतुर्थ भाव में बैठे नीच के चंद्रमा को दृष्टि देकर एक नीच भंगराजयोग बना रहे हैं. दशम भाव में बैठे राहु लग्नेश सूर्य से युत होकर पंचमेश गुरु से दृष्ट हैं जो उनकी कुंडली का राजयोग है.

डोनाल्ड ट्रम्प कई बार वह अपना आप खो बैठते हैं और अपने विरोधियों का खूब मजाक उड़ाते हैं. वर्तमान में इनकी महादशा वक्री वृहस्पति की है जो कुंडली में द्वितीय भाव में और शनि से पीड़ित है. अंतर दशा शनि की है, जो 12वें भाव में तृतीयेश, दशमेश शुक्र के साथ है. प्रत्यंतर दशा 10वें भाव के राहु की है, जो गोचर के राहु से प्रभावित हो रहा है. चुनाव के दिन शनि 6वें भाव में स्वराशि में होगा और जन्म के शनि, दशमेश शुक्र को प्रभावित कर रहा है. 12वें भाव का स्वामी चंद्र दशम भाव में स्थित होगा, लग्न का स्वामी सूर्य, और दशमेश शुक्र अपनी अपनी नीच राशि में क्रमशः शनि, मंगल से पीड़ित होंगे. गोचर में महादशा, अंतर्दशा स्वामी गुरु, शनि 2/12 की अवस्था में होंगे.  

भविष्यवक्ता ने बताया कि एक बड़े बिज़नस घराने में जन्मे डोनाल्ड ट्रम्प वर्ष 2016 नवंबर में राहु में मंगल की विंशोत्तरी दशा में हिलेरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, लेकिन वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में वह 12वें घर में बैठे शनि की अंतर्दशा में जो बिडेन से चुनाव हार गए थे.

संयोग से इस बार के राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प गुरु की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा में चल रहे होंगे. शुक्र हानि के बाहरवें घर में बैठे हैं और दशमांश कुंडली में वह विवाद के छठे भाव में बैठे हैं, अतः गुरु में शुक्र में शुक्र की विंशोत्तरी दशा में डोनाल्ड ट्रम्प अपनी किसी विवादास्पद वक्तव्य के चलते आश्चर्यजनक तरीके से चुनाव हार भी सकते हैं. अतः ग्रहचाल के कारण जबर्दस्त चुनावी लड़ाई के बाद भी हार निश्चित है, निराशा ही हाथ लगेगी.

कमला हैरिस को राहु देगा राजयोग
डॉक्टर अनीष व्यास बताते हैं कि भारतीय मूल की कमला हैरिस की मां 1960 में तमिलनाडु से अमेरिका आई थी. कमला हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर 1964 को रात 9:28 पर कैलिफ़ोर्निया के ऑकलैंड में हुआ था. कमला हैरिस की कुंडली मिथुन लग्न की है और इनकी कुंडली में राहु लाभ स्थान पर बैठा हुआ है. राहु राजनीति में बड़े पद पर सुशोभित करता है.

कमला हैरिस की कुंडली में लग्नेश बुध और सूर्य पंचम भाव में है और पंचमेश शुक्र पर नवमेश शनि की दृष्टि राजयोग का निर्माण कर रही है. कुंडली में नीच राशि का मंगल बैठा है लेकिन वह चंद्र के साथ परिवर्तन कर रहा है तो उसका नीचत्व दूर हो जाता है और बली हो जाता है. चंद्र मंगल के परिवर्तन के हिसाब से ही उसके अंदर यह चार्मिंग और डैशिंग पर्सनालिटी है. उसके प्रथम स्थान का अधिपति शुक्र चतुर्थ स्थान में केंद्र में बैठा है, जो योग कारक शनि के साथ दृष्टि संबंध कर रहा है.

यह उसकी कुंडली का बहुत बड़ा योग है, जिसकी वजह से वह इस स्थान पर पहुंची है. सत्ता का अधिपति सूर्य छट्ठे स्थान में तुला राशि में बैठा है, जो दशम स्थान में बैठे शनि के साथ त्रिकोण योग कर रहा, इसके ऊपर मंगल की दृष्टि भी है. कमला हैरिस की कुंडली में मिथुन लग्न उदय हो रहा है जहां पाप ग्रह राहु अपनी उच्च राशि में विराजमान हैं.

लग्न के नज़दीकी अंशों में होने के चलते राहु की स्थिति नवांश और दशमांश में भी लग्न में आ रही है जिस कारण से वह राजयोग कारक बन गए हैं. कमला हैरिस की कुंडली में चन्द्रमा मेष राशि में हो कर अपने राशिपति मंगल के साथ राशि परिवर्तन योग बना कर एक अच्छे राजयोग और धनयोग का सृजन कर रहा है. चन्द्रमा पर नवमेश शनि और लग्नेश बुध की दृष्टि एक अन्य धन योग है. पंचमेश शुक्र का नवमेश शनि से दृष्टि संबंध एक बड़ा धन योग है. तुला लग्न की नवांश कुंडली में शुक्र और शनि एक बड़ा राजयोग बना रहे हैं. 

अब इलेक्शन के समय की अगर हम बात करें, तो उस समय वह 60 साल पूरा करेगी, तो इनकी कुंडल में गोचररत सूर्य जन्म के सूर्य के साथ अर्ध त्रिकोण बनाएगा और गोचररत चंद्र उनके जन्म के राहु के बिंदु के आसपास आ जाएगा. यह योग इलेक्शन जीतने के लिए बहुत ही पॉजिटिव है. इलेक्शन के समय की दशा महादशा की अगर हम बात करें, तो उस वक्त उसकी उच्च के राहु की महादशा में लग्नेश शुक्र की अंतर्दशा और चंद्र की प्रत्यंतर दशा चलती होगी. चंद्र उच्च नवमांश में बैठा हुआ है. यह भी बहुत बड़ा अच्छा संकेत है.

इलेक्शन के दिन यानि 5 नवंबर के दिन चंद्र धनु राशि में होगा, जो जन्म के चंद्र से त्रिकोण में होगा और राहु केतु की धुरी पर सामने आएगा. मंगल उस वक्त जन्म के मंगल के ऊपर से कर्क राशि में गुजर रहा होगा और जिसकी दृष्टि सूर्य के ऊपर, भाग्य स्थान के ऊपर और दशम स्थान के ऊपर भी पड़ रही होगी. 2024 में सत्ता का अधिपति राहु उसके वृषभ लग्न से 11वें स्थान में से गुजर रहा है. उसकी सत्ता की सारी मनोकामना पूरी कर सकता है. राहु में शुक्र में चन्द्रमा की शुभ विंशोत्तरी दशा में कमला हैरिस चुनाव जीतकर अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच सकती हैं.

राजनीतिक दृष्टि से अनुकूल नहीं है ट्रम्प का वर्तमान समय
डॉक्टर अनीष व्यास कि मानें तो गुरु 12 वे घर यानि व्यय हानि स्थान पर पढ़ रही शनि की दृष्टि के कारण पूर्व राष्ट्रपति  राष्ट्रपति ट्रंप हमेशा विवादों में रहते हैं. शुक्र हानि के बाहरवें घर में बैठे हैं और दशमांश कुंडली में वह विवाद के छठे भाव में बैठे हैं, अतः गुरु में शुक्र में शुक्र की विंशोत्तरी दशा में डोनाल्ड ट्रम्प अपनी किसी विवादास्पद वक्तव्य के चलते आश्चर्यजनक तरीके से चुनाव हार भी सकते हैं. सूर्य चंद्रमा मंगल और राहु की दशा में डोनाल्ड ट्रम्प अरबपति बन गए.  गुरु में शुक्र की चल रही अंतर्दशा राजनीतिक दृष्टि से भी डोनाल्ड ट्रम्प के लिए अनुकूल नहीं है.
 
भारत पर प्रभाव
अमेरिका राष्ट्रपति के चुनाव में अगर कमला हैरिस विजयी होती हैं तो यह भारत के लिए काफी अनुकूल रहेगा. भारत में जन्मी कमला हैरिस से भारत को काफी फायदा होगा. भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे. व्यापारिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलती रहेगी. भारत को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा.

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