Experts views : प्राइस और मोमेंटम दोनों ही इंडीकेटर दे रहे खराब संकेत, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में और गिरावट की उम्मीद – expert views both price and momentum indicators are giving bad signals small and medium stocks are expected to fall further

Share markets: 22 अक्टूबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए और निफ्टी 24,500 से नीचे आ गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 930.55 अंक या 1.15 फीसदी गिरकर 80,220.72 पर और निफ्टी 309 अंक या 1.25 फीसदी गिरकर 24,472.10 पर बंद हुआ। मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि चालू महीने में अब तक एफआईआई की तरफ से हो रही बिकवाली में कोई राहत नहीं मिली है। इससे घरेलू निवेशकों में अनिश्चितता पैदा हो रही है। साथ ही, विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार से निकलकर अपेक्षाकृत सस्ते बाजारों जैसे चीन में निवेश कर रहे हैं। सेक्टोरल इंडेक्सों के साथ-साथ मिड और स्मॉल-कैप शेयरों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। लगातार खरीदारी के कारण कई शेयरों का मूल्यांकन काफी महंगा हो गया है। ऐसे में बाजार अब थोड़ा ठहर कर सांस ले रहा है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि आज घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच मंदी का माहौल हावी रहा। इसमें आज छोटे और मझोले आकार के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में हाल ही में हुई तेज बढ़त से अमेरिकी फेड द्वारा दरों में आक्रामक कटौती की उम्मीदें कम होने का संकेत मिल रहा है। इससे इमर्जिंग मार्केट में आने वाला फंड प्रवाह भी प्रभावित होता है। शॉर्ट टर्म में अर्निंग्स के सुस्त रुझानों के कारण बाजार पर दबाव कायम रह सकता है।

हालांकि, आरबीआई के ताजे बुलेटिन में वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत के जीडीपी की ग्रोथ रेट के 7.2 फीसदी के पूर्वानुमान को बरकरार रखा गया है,जो यह संकेत देता है कि दूसरी तिमाही की मंदी टेम्परोरी है। त्योहारी सीजन में खपत में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे आय में गिरावट का दबाव कम होगा।

शेयरखान बाय बीएनपी परिबास के जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी ने गैप अप ओपनिंग की लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा बिकवाली का दबाव बढ़ता गया और निफ्टी 309 अंक नीचे बंद हुआ। डेली चार्ट पर निफ्टी 20-वीक एवरेज (24718) से नीचे गिर गया है, जो कमजोरी का संकेत है। डेली और ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटरों में निगेटिव क्रॉसओवर है, ये भी बिकवाली का संकेत है। इस प्रकार, प्राइस और मोमेंटम दोनों ही इंडीकेटर कमजोरी की ओर संकेत कर रहे हैं। नीचे की ओर निफ्टी के लिए 24000 पर सपोर्ट है। वहीं, ऊपर की ओर 24900 – 25000 पर शॉर्ट रजिस्टेंस दिख रहा है।

बैंक निफ्टी जो कल तक स्टेबल था,वह भी आज टूट गया और इसमें तेज बिकवाली का दबाव दिखा। उम्मीद है कि कमजोरी का असर बैंकिंग शेयरों पर भी पड़ेगा। बैंक निफ्टी के लिए नीचे की तरफ 51000 पर सपोर्ट है। इसके नीचे जाने पर यह 50200 की ओर फिसल सकता है। ऊपर की तरफ 51800 – 51900 पर तत्काल रजिस्टेंस दिख रहा है।

Market outlook : बाजार 2 महीने के निचले स्तर पर बंद, जानिए 23 अक्टूबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। बाजार में आज एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। सपाट शुरुआत के बाद,निफ्टी धीरे-धीरे नीचे आया और 100-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (डीईएमए) के अहम सपोर्ट पर पहुंच गया। बिक्री का दबाव काफी व्यापक था। आज रियल्टी, मेटल और ऑटो सेक्टर सबसे दबाव में रहे। मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में तेज गिरावट रही। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2.75 फीसदी और 3.65 फीसदी के बीच गिरावट आई।

निफ्टी अब अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 7 फीसदी नीचे आ चुका है और 100 DEMA यानी 24,485 के स्तर पर अहम मूविंग एवरेज सपोर्ट पर पहुंच गया है। आगे बाजार में, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप स्पेस में और गिरावट आने के संकेत हैं। इंडेक्स के फ्रंट पर अगला बड़ा सपोर्ट 24,000 के आसपास है। वहीं, किसी रिबाउंड के मामले में निफ्टी के लिए 24,700 और 25,000 के बीच संभावित रजिस्टेंस है। हमें इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेड लेने की सलाह होगी। घाटे वाली पोजीशन से निकलने की सलाह होगी।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Read More at hindi.moneycontrol.com