Suzlon Energy Share: पिछले कुछ समय से सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर दबाव में हैं। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में करीब 11 फीसदी की गिरावट आई है। स्टॉक ने 12 सितंबर 2024 को 86.04 रुपये के अपने 52-वीक हाई को छू लिया था। हालांकि, अपने हाई से कंपनी के शेयर करीब 16 फीसदी टूट चुके हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या यह स्टॉक अपने 52-वीक हाई पर वापस लौटेगा? इस सवाल पर टेक्निकल एनालिस्ट्स में मतभेद है।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि शेयर में ऊपर की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं, कुछ ने दावा किया कि शेयर को अपने मौजूदा प्राइस पर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में ने पिछले एक साल में 129 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है।
बड़ा ऑर्डर मिलने के बावजूद Suzlon Energy के शेयरों में दबाव
अक्टूबर की शुरुआत में सुजलॉन एनर्जी ने जिंदल रिन्यूएबल्स पावर से एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई है। कॉन्ट्रैक्ट के तहत सुजलॉन 127 विंड टर्बाइन जनरेटर (WTG) हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (HLT) टावरों के साथ उपलब्ध कराएगा, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। कहा जा रहा है कि कंपनी टाटा पावर से एक बड़ा ऑर्डर हासिल करने की रेस में भी है।
Suzlon Energy पर टेक्निकल एनालिस्ट्स में मतभेद
लक्ष्मी श्री के रिसर्च हेड अंशुल जैन ने कहा कि कम वॉल्यूम के साथ स्टॉक में हाल ही में हुए करेक्शन ने करेक्शन में कमजोरी को दिखाया है। उन्होंने कहा, “सुजलॉन ₹66 पर प्रमुख सपोर्ट की टेस्टिंग करने के बाद मजबूती के संकेत दे रहा है। स्टॉक अब ₹72.5 के पिछले स्विंग लो के आसपास हायर लो बनाने का प्रयास कर रहा है, जो तेजी का संकेत देता है।”
हाल ही में करेक्शन कम वॉल्यूम पर हुआ, जबकि वर्तमान रैली हायर वॉल्यूम को अट्रैक्ट कर रही है, जो इस पॉजिटिव आउटलुक को मजबूत करती है। जैन ने मौजूदा कीमत पर खरीद की सिफारिश की है और स्टॉक में ₹65 पर स्टॉप लॉस और ₹84-86 का टारगेट तय किया है। उन्होंने कहा कि ₹85 से ऊपर की लगातार चाल स्टॉक को ₹109 तक ले जा सकती है, जो मजबूत अपसाइड की संभावना है।
क्या नए निवेशकों के लिए एंट्री का मौका?
दूसरी ओर, आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के सीनियर मैनेजर – टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट जिगर एस पटेल ने वेट-एंड-वॉच एप्रोच का सुझाव दिया। उनका कहना है कि स्टॉक को निकट अवधि में रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। पटेल ने कहा, “हाल ही में सुजलॉन ने 86 के स्तर के आसपास बेयरिश डायवर्जेंस का अनुभव किया, जो प्राइस मोमेंटम में संभावित उलटफेर का संकेत देता है। इस डायवर्जेंस के बाद स्टॉक में लगभग 23% का करेक्शन हुआ, जो लगभग 66 पर वापस आ गया।”
पटेल ने आगे कहा कि वर्तमान में, सुजलॉन इचिमोकू क्लाउड के भीतर ट्रेड कर रहा है, जिसका इस्तेमाल अक्सर की-सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल की पहचान करने के लिए किया जाता है। इस क्लाउड की अपर बाउंड्री, 50-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) के साथ मेल खाती है, इसके निकट अवधि में एक मजबूत रेजिस्टेंस के रूप में कार्य करने की संभावना है।
उन्होंने आगे कहा, “डेली चार्ट पर रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 50 अंक से नीचे बना हुआ है, जो चल रही कमजोरी के बारे में चिंताएं बढ़ाता है। इन इंडिकेटर्स को देखते हुए, 66 के स्तर को एक नई पोजिशन के लिए संभावित सपोर्ट और एंट्री प्वाइंट माना जा सकता है। हालांकि, अभी के लिए वेट-एंड-वॉच एप्रोच की सिफारिश की जाती है।”
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