सांस लेने में हो रही है परेशानी तो नसों में हो सकता है ब्लॉकेज, हार्ट अटैक से पहले कराएं टेस्ट

<p style="text-align: justify;">हार्ट ब्लॉकेज यानी दिल की नसें अगर बंद है तो मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. दरअसल, ब्लॉकेज के कारण शरीर में ऑक्सीजन काफी ज्यादा प्रभावित हो सकती है. इसके कारण सांस लेने में काफी ज्यादा समस्या हो सकती है. हार्ट ब्लॉक कई कारणों से हो सकता है, जिसमें हार्ट अटैक, कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी), हृदय की मांसपेशी रोग, हृदय वाल्व रोग और दवा के साइड इफेक्ट शामिल हैं. सीएडी एक ऐसी स्थिति है जो हृदय की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को सीमित करती है. और दिल के दौरे, असामान्य हृदय ताल या दिल की विफलता का कारण बन सकती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>चक्कर आना</strong></p>
<p style="text-align: justify;">दिल की नसों में अगर गंभीर ब्लॉकेज होती है तो इसकी शुरुआत शरीर पर कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. इसकी शुरुआत मरीजों को चक्कर आने से होती है. यह एक गंभीर और आम समस्या है. इसलिए इसे नजरअंदाज करना बेहद मुश्किल है. हार्ट ब्लॉकेज के कारण शरीर को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>हार्ट ब्लॉक क्या है?&nbsp;</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हार्ट ब्लॉक एक ऐसी समस्या है जिसमें दिल की धड़कन का संकेत आपके दिल के ऊपरी कक्षों से आपके दिल के निचले कक्षों तक जाता है. आम तौर पर, विद्युत संकेत (आवेग) आपके दिल के ऊपरी कक्षों (एट्रिया) से आपके निचले कक्षों (वेंट्रिकल्स) तक जाते हैं. संकेत आपके AV नोड से होकर गुजरता है. जो कोशिकाओं का एक समूह है जो आपके ऊपरी से निचले कक्षों तक विद्युत गतिविधि को जोड़ता है. अगर आपको हार्ट ब्लॉक है, तो संकेत आपके वेंट्रिकल्स तक कभी-कभार ही पहुंच पाता है.</p>
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<p style="text-align: justify;">&nbsp;इसका नतीजा यह होता है कि दिल ठीक से काम नहीं कर पाता. आपका दिल धीरे-धीरे धड़क सकता है या धड़कना छोड़ सकता है. गंभीर मामलों में, हार्ट ब्लॉक आपके दिल की रक्त पंप करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है. जिससे आपके पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह कम हो सकता है. लोगों में जन्म के समय की तुलना में बाद में हार्ट ब्लॉक होने की संभावना अधिक होती है. हार्ट ब्लॉक के अन्य नाम एट्रियोवेंट्रिकुलर (AV) ब्लॉक या चालन विकार हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>हार्ट ब्लॉक के प्रकार के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं:-</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पहली डिग्री:</strong> आमतौर पर कोई ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं होते हैं. लेकिन इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) से इसका पता लगाया जा सकता है.</p>
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<p style="text-align: justify;"><strong>दूसरी डिग्री:</strong> इसमें चक्कर आना, बेहोशी, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, मतली, थकान और दिल की धड़कन रुकने का एहसास शामिल हो सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>मोबिट्ज़ टाइप 2:</strong> दूसरी डिग्री हार्ट ब्लॉक का एक अधिक गंभीर प्रकार जो सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और खड़े होने पर अचानक चक्कर आने का कारण बन सकता है.</p>
<p><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p>
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