जब वित्त मंत्री से किसी ने अपनी समस्याएं बताई तो उसे सुलझाने के बदले उसे डरा-धमकाकर माफी मंगवाना ज्यादा जरूरी समझा गया : सुप्रिया श्रीनेत

नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेता ने शुक्रवार को एआईसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, एक बड़ा चिंतित करने वाला वीडियो सामने आया है। ये उस दिन का वीडियो है, जब BJP कोयंबटूर में मेंबरशिप ड्राइव चला रही थी और लोगों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बात करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उनमें से एक श्री अन्नपूर्णा स्वीट्स के मालिक श्रीनिवासन जी थे, जिन्होंने GST से जुड़ी अपनी परेशानी बताई।

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श्रीनिवासन जी ने कहा कि मेरी मिठाई की दुकान है, जहां मिठाई पर 5%, नमकीन पर 12%, सादे बन पर 0% और क्रीम बन पर 18% GST लगता है। उन्होंने बताया कि इतनी जटिल GST के कारण कंप्यूटर भी हैंग हो जाता है और टैक्स ऑफिसर्स को भी ये समझ नहीं आता। इसलिए GST को थोड़ा सरल कर दीजिए। लेकिन इसके 24 घंटे के अंदर श्रीनिवासन जी को निर्मला सीतारमण के सामने बुलाया जाता है और उनसे माफी मंगवाई जाती है। इस पूरी घटना का वीडियो बनवाया जाता है, फिर उस वीडियो को BJP की तमिलनाडु इकाई शेयर करती है। इसका साफ मतलब है..जब देश की वित्त मंत्री से किसी ने अपनी समस्याएं बताई, तो उसे सुलझाने के बदले, उसे डरा-धमकाकर माफी मंगवाना ज्यादा जरूरी समझा गया। यही मोदी सरकार में सत्ता का नशा है।

उन्होंने कहा, तमिलनाडु अपने लोगों और अपनी संस्कृति का यह अपमान नहीं सहेगा। यही कारण है कि BJP पेरियार की धरती पर आज तक खड़ी नहीं हो पाई है। कारण साफ है-BJP लोगों का तिरस्कार करती है, जो इस देश का कोई भी राज्य नहीं सहेगा। ये निर्मला सीतारमन का घमंड है कि उनसे महंगाई पर बात करो तो कहती हैं: मैं प्याज-लहसुन नहीं खाती। इस सरकार का हर मंत्री अहंकार में चूर है, जिसके जनक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। BJP और निर्मला सीतारमण को माफी मांगनी चाहिए।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, BJP सरकार ने छोटे-लघु-मध्यम उद्योगों की कमर तोड़ दी है। ये वही उद्योग हैं, जिनके ऊपर आपने नोटबंदी और गलत GST का कहर बरसाया है। लेकिन अडानी जैसे बड़े उद्दोगपतियों की जी हुजूरी में खड़े रहते हैं। अडानी जी को 10 कंपनियां खरीदनी थी, पर सरकारी बैंकों में उनका 67 हजार करोड़ रुपए बकाया था। बैंकों ने उन्हें डिस्काउंट दिया और 16 हजार करोड़ रुपए से भी कम में डील कर दी गई। इस देश के बैंको को 74% का नुकसान झेलना पड़ा।

इसके साथ ही कहा, इस देश के बड़े कॉर्पोरेट्स का टैक्स 22% कर दिया गया, लेकिन आपका 30% बना हुआ है। इस देश में इनकम टैक्स कलेक्शन, कॉर्पोरेट टैक्स से कम रहता है, लेकिन नरेंद्र मोदी ने उसे भी खत्म कर दिया। इस साल करीब 3.5 लाख करोड़ रुपए इनकम टैक्स जमा हुआ है, तो वहीं 2.1 लाख करोड़ रुपए कॉर्पोरेट टैक्स आया है। जो इनकम टैक्स डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का 21% होता था, वो 28% हो गया है। वहीं, डॉ. मनमोहन सिंह जी के जमाने में जो कॉर्पोरेट टैक्स पूरे डायरेक्ट टैक्स का 35% होता था, वो 26% हो गया है। इस देश के सबसे गरीब लोग 64% GST अदा कर रहे हैं।

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