दिग्गज तमिल फिल्म निर्माता दिली बाबू की मौत के बाद अब एक और दुखद खबर साउथ इंडस्ट्री से सामने आई है। खबर है कि तेलुगु म्यूजिक इंडस्ट्री के मशहूर गायक गुरुचरण का गुरुवार को 77 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुचरण की मौत 12 सितंबर की सुबह हुई है। तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री और म्यूजिक इंडस्ट्री उनके अचानक निधन से सदमे में है। गीतकार गुरुचरण को तेलुगु सिनेमा में उनके सदाबहार गीतों के लिए जाना जाता था। अपने करियर में, उन्होंने मोहन बाबू जैसे अभिनेताओं के लिए गीत लिखे। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया है। गीतकार गुरुचरण को उम्र संबंधित बीमारियों के कारण हाल ही में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
इस मशहूर गीतकार का हुआ निधन
अपने प्रिय मित्र के निधन से दुखी अभिनेता मोहन बाबू ने अपने एक्स हैंडल पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, ‘मैं गुरुचरण को तब जानता था जब वह प्रसिद्ध लेखक अत्रेय के लिए सहायक लेखक के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने मेरे बैनर श्रीलक्ष्मी प्रसन्ना पिक्चर्स के तहत लगभग 10 फिल्मों के लिए गीतकार के रूप में काम किया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अल्लुदुगारु, असेंबली राउडी, राउडीगरी पेल्लम, ब्रह्मा आदि फिल्मों के लिए उन्होंने जो भी गीत लिखे, वे अद्भुत हैं। उनकी असामयिक मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए, मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति और उनके परिवार को शांति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। मैं दूसरे देश में हूं और उन्हें नहीं देख सकता, मुझे खेद है। ओम शांति।’
गीतकार गुरुचरण ने इंडस्ट्री को कहा अलविदा
गुरुचरण ने ‘कुंती कुमारी’, ‘मुद्दबंती पुवुलो’, ‘अल्लुदुगारू’ और कई अन्य गानों के बोल लिखे हैं। उन्होंने तेलुगु भाषा में 200 से ज्यादा गानों के बोल लिखे हैं। दूसरी ओर दिग्गज अभिनेता मोहन बाबू ने 70 के दशक के मध्य में शोबिज में अपना करियर भी शुरू किया था। मशहूर अभिनेता बनने से पहले उन्होंने सहायक निर्देशक के तौर पर भी काम किया था। उनका असली नाम मंचू भक्तवत्सलम नायडू है, लेकिन अपनी फिल्म ‘स्वर्गम नरकम’ की सफलता के बाद उन्होंने अपना स्टेज नाम मोहन बाबू रख लिया। अब तक उन्होंने कथित तौर पर 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। इसके बाद, वह विष्णु मंचू अभिनीत फिल्म ‘कन्नप्पा’ में मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।
Latest Bollywood News
Read More at www.indiatv.in