पीरियड्स के वो 5 दिन हर महिलाओं के लिए उतार-चढाव से भरपूर होते हैं. कुछ महिलाओं के इस दौरान काफी ज्यादा दर्द, थकान, ऐंठन और पेट में दर्द की शिकायत होती है. इस दौरान महिलाओं को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. पीरियड्स के दौरान जरा सी लापरवाही आपको कई सारी समस्याओं का शिकार बना सकती है. पीरियड्स के दौरान अक्सर घर कि बड़े-बुजुर्ग ज्यादा नहाने और बाल धोने के लिए अक्सर मना किया जाता है. आइए जानें इसके पीछे कोई साइंटिफिकल रीजन है या नहीं?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एबीपी लाइव हिंदी ने ‘मिथ vs फैक्ट्स’ को लेकर एक सीरिज शुरू किया है. इस सीरिज के जरिए प्रेग्नेंसी को लेकर समाज में जितने भी मिथ है. जिसे लोग सच समझकर फॉलो करते हैं हम उनका लॉजिकल तरीके से जवाब देने की कोशिश करेंगे.
‘मिथ vs फैक्ट्स’ सीरिज में हम ऐसे मुद्दों को उठाते हैं. उसके तह तक जाने की कोशिश करते हैं. जिससे अक्सर बोलचाल की भाषा में लोग इस्तेमाल करते हैं. जैसे हमारे समाज में प्रेग्नेंसी को लेकर कई सारी ऐसी बातें है जिसे डॉक्टर मिथ मानती है. इस Myth VS Truth सीरिज के जरिए ऐसी बातों को तथ्य के साथ हम आम जनता के साथ पेश करेंगे. ताकि आप दकियानूसी झूठी बातों के दलदल में न फंसे.
पीरियड्स में ना नहाने के दावे की ये है सच्चाई?
पीरियड्स में नहीं नहाना चाहिए यह बात पूरी तरह से मिथ है. इसकी सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है. यह पूरी तरह से मिथ है. पुराने जमाने में ऐसी मान्यता थी कि पीरियड्स के दौरान ज्यादा नहाने से शरीर ठंडा हो जाता है जिसके कारण ब्लीडिंग काफी ज्यादा होती है.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिर की त्वचा और आपके पूरे शरीर की त्वचा वास्तव में वाटरप्रूफ होती है, तो यूट्रस तक ठंडक पहुंचने का कोई सवाल ही नहीं है. ऐसे मैं आपको अपने पर्सनल हाइजीन से कंप्रोमाइज करने की जरूरत नहीं है.
पुराने जमाने में इस वजह से थी नहाने की मनाही
बाल ना धोने वाली बात पुराने समय से चली आ रही है, पुराने समय में कई तरह की असुविधाएं होती थी जैसे घर में नल या कुआं नहीं हुआ करता था. महिलाओं को नदी या तालाब के किनारे जाकर नहाना पड़ता था, ऐसे में पीरियड्स के दौरान बाहर जाने के लिए महिलाओं को मना किया जाता था, ताकि उन्हें शारीरिक रूप से कोई परेशानी ना हो क्योंकि पहले से ही वो हेवी फ्लो से गुजर रही होती हैं इसलिए पीरियड्स में उन्हें बाल ना धोने और नहाने के लिए मना किया जाता था. इसके अलावा पहले के जमाने के लोग नदी और तालाब के पानी को पीने के लिए भी इस्तेमाल करते थे. पीरियड्स के दौरन निकलने वाले ब्लड में काई बैक्टीरिया होते हैं जो नदी या तालाब के पानी को दुषित कर सकते हैं और दुसरे को नुक्सान पहुंच सकते हैं
पीरियड्स में नहाने से मिलते हैं ये फायदे
डॉक्टर के मुताबिक आप पीरियड्स में कभी भी बाल धो सकती हैं. इस दौरान नहाने से कोई भी परेशानी नहीं होती है, बल्कि ये और भी अच्छा होता है. आप संक्रमण से बचती हैं आपको बैक्टीरियल समस्याएं होने का खतरा कम रहता है.वास्तव में अगर आप गुनगुने पानी से स्नान करती हैं तो ऐठन कम होती है और अब बेहतर महसूस कर सकती हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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