उत्तर भारत में होगी भारी बारिश, कहां पहुंचा मानसून? जानें IMD का अपडेट

Today Weather News: आईएमडी ने मौसम को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है। विभाग के अनुसार 2 से 6 जुलाई के बीच कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय मानसून की स्थिति की संभावना दिख रही है। वहीं, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पूरे देश को कवर किया है। विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात, बिहार, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई है। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है।

अधिकतम तापमान में बदलाव के आसार नहीं

उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, कोंकण, गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल, माहे, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश और झारखंड में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश ने चिंता बढ़ा दी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष भागों में आगे बढ़ रहा है। इसने पूरे देश को 2 जुलाई को ही कवर कर लिया है।

जबकि पहले माना जा रहा था कि यह लगभग 8 जुलाई तक देश को कवर करेगा। दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान के इलाकों में एक चक्रवात की स्थिति बनती दिख रही है। जिससे 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 4 से 6 जुलाई के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद में बारिश हो सकती है।

यह भी पढ़ें:केदारनाथ पर फिर मंडरा रहे हैं खतरे के बादल? IMD के रेड अलर्ट ने बढ़ाई टेंशन

2 से 6 जुलाई के बीच हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना है। वहीं, 3 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान, 2 से 4 जुलाई के बीच मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

अगले चार दिनों में बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार अधिकांश राज्यों में अभी अधिकतम तापमान में ज्यादा बदलाव के आसार नहीं हैं।

Read More at hindi.news24online.com