Israel-Iran tension: शेयर बाजार में हो सकता है करेक्शन, किस लेवल तक जाएगा Nifty?

इजराइल-ईरान के बीच तनाव की वजह से भारतीय शेयर बाजार में छोटा करेक्शन देखने को मिल सकता है। जानकारों के मुताबिक, सेंटीमेंट थोड़ा कमजोर होने से ऐसा हो सकता है। हालांकि, मीडियम और लॉन्ग टर्म के लिहाज से देखा जाए, तो मार्केट का माहौल पॉजिटिव है और भारत की ग्रोथ को लेकर किसी तरह की बड़ी दिक्कत नहीं नजर आ रही है। ये वजहें गिरावट को नियंत्रित कर सकती हैं।

शेयर बाजार के अलावा डेट और गोल्ड पर भी मिडिल ईस्ट के तनावपूर्ण माहौल का असर देखने को मिल सकता है। कोटक महिंद्रा AMC के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) नीलेश शाह ने बताया, ‘ हमारी चिंता कीमतों और ऑयल एंड गैस की नियमित सप्लाई को लेकर होगी। ऊर्जा की ऊंची कीमतों से इनफ्लेशन, करेंट एकाउंट डेफिसिट, जीडीपी ग्रोथ, कॉरपोरेट अर्निंग्स और रुपये पर बुरा असर होता है। बाजार हालात के हिसाब से खुद को बदलेगा।’

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, टेक्निकल रिसर्च अजीत मिश्रा ने बताया, ‘अमेरिकी बाजार में बिकवाली का असर पहले से यहां दिख रहा था और अब मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से बाजार और निराश हो सकता है।’ मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में डेरिवेटिव और टेक्निकल एनालिस्ट चंदन टपारिया का मानना है कि निवेशकों को गिरावट का इस्तेमाल खरीदारी के अवसर के तौर पर करना चाहिए, क्योंकि मार्केट का बुनियादी रुझान पॉजिटिव है।

उन्होंने बताया, ‘हमारा मानना है कि इस उतार-चढ़ाव या प्रॉफिट बुकिंग से निवेशकों को बेहतर स्टॉक्स चुनने का मौका मिल सकता है, ताकि अगले दौर की तेजी में इनसे लाभ लिया जा सके।’

निफ्टी और बैंक निफ्टी का लेवल

हालिया तेजी में निफ्टी में 1,000 अंकों से भी ज्यादा की तेजी देखने को मिली। पिछले 15 कारोबारी सत्रों में यह 21,710 से 22,775 पर पहुंच गया। मोतीलाल ओसवाल के चंदन टपारिया ने बताया, ‘ तकनीकी तौर पर देखा जाए, तो अहम सपोर्ट 22,222 के पास है।’ अगर इंडेक्स 22,222 से नीचे जाता है, तो इंडेक्स 21,700 के जोन से नीचे भी जा सकता है। अगर तेजी की बात करें, तो तात्कालिक बाधा 22,777 है और इससे ऊपर यह नए जोन में पहुंच सकता है।

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