थम गया SmallCap और MidCap शेयरों की गिरावट का दौर? एक्सपर्ट्स का ये है रुझान

मार्च के मध्य से तेज गिरावट के अब BSE मिडकैप इंडेक्स लगातार पांचवें कारोबारी दिन और BSE स्मॉलकैप इंडेक्स लगातार सातवें कारोबारी दिन आज मजबूत हुआ है। इस तेजी को देखते हुए निवेशकों को उम्मीद है कि अब गिरावट का दौर थम चुका है लेकिन एनालिस्ट्स का रुझान अब भी इसे लेकर मिला-जुला है। BSE MidCap आज 1.14 फीसदी और BSE SmallCap आज 1.28 फीसदी मजबूत हुआ है। एनालिस्ट्स के मुताबिक हाई वैल्यूएशन के चलते कुछ अमीर निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। हालांकि महंगे वैल्यूएशन के बावजूद म्यूचुअल फंड्स और पीएमएस फंड मैनेजर को फंड लगाने के लिए दबाव झेलना पड़ रहा है। ऐसे में एनालिस्ट्स का मानना है कि वोलैटिलिटी को कम करने के लिए ये लार्जकैप की तरफ झुक सकते हैं लेकिन इसके चलते इस सेगमेंट में वैल्यूएशन काफी बढ़ सकता है।

MidCap और SmallCap को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के डायरेक्टर (इक्विटी स्ट्रैटेजी) क्रांति बथिनी नियर टर्म में मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स को लेकर पॉजिटव तो हैं लेकिन सतर्क भी हैं। ओवरऑल उनका फोकस पूरे सेगमेंट की बजाय इंडिविजुअल स्टॉक मूवमेंट पर है। पर्याप्त लिक्विडिटी के चलते मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में तेजी दिख रही है। मिड और स्मॉलकैप के हाई-बीटा नेचर के चलते एनालिस्ट्स पूरे सेगमेंट की बजाय स्टॉक-स्पेसिफिक पर अधिक फोकस कर रहे हैं। उनका मानना है कि मार्च तिमाही के वित्तीय नतीजे और लोकसभा चुनाव इसमें चाबी भरेंगे। जिन कंपनियों की कारोबारी सेहत मजबूत दिखेगी, उसमें तेजी आगे भी बनी रहेगी जबकि बाकी शेयरों को चुनौतियां झेलनी पड़ सकती हैं।

स्वतंत्र एनालिस्ट अंबरीश बालिघा का कहना कि इस पर कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट खत्म हो गई है या नहीं। भारी गिरावट के चलते निवेशकों ने इसे डिस्काउंट पर खरीदना शुरू कर दिया है जिससे मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में हाल ही में तेजी आई है। हालांकि अंबरीश का यह भी कहना है कि वैल्यूएशन ऊंचा बना हुआ है जिसके चलते मौजूदा तेजी के बाद फिर करेक्शन के आसार दिख रहे हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (इंस्टीट्यूशनल रिसर्च) वरुण लोहचब की हालिया रिपोर्ट के अनुसार निफ्टी मिडकैप 100 अपने ऐतिहासिक वैल्यूएशन से 120 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 144 फीसदी पर हैं। ऐसे में वरुण का मानना है कि स्मॉलकैप शेयरों में अभी फिर गिरावट की लहर आ जाए तो अधिक आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

LargeCap शेयरों में निवेश की सलाह

कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर की सीईओ लक्ष्मी अय्यर ने हाल ही में मनीकंट्रोल के साथ इंटरव्यू में निवेशकों को हाई वैल्यूएशन के चलते स्मॉलकैप शेयरों में भारी निवेश से मना किया। उन्होंने स्मॉलकैप शेयरों में निवेश घटाकर लॉर्जकैप शेयरों में निवेश बढ़ाने की सलाह दी। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वित्त मंत्री ने नियामकीय संस्थाओं को स्टॉक मार्केट में दखल करने से मना किया है। मंत्रालय का मानना है कि इससे मार्केट में डर का माहौल बन सकता है। एनालिस्ट्स के मुताबिक सरकार ने चुनाव से पहले RBI और SEBI को किसी कार्रवाई से मना कर दिया है। ऐसे में अधिकतर निवेशकों का मानना है कि चुनाव बीतने तक मार्केट स्थायी बना रहेगा।

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