
साल 2010 में एनडीए (बीजेपी–जेडीयू) ने नीतीश कुमार की अगुआई में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। राज्य की राजनीति में यह एक बड़ा मोड़ था, लेकिन शेयर बाजार पर इसका खास असर नहीं पड़ा। उस वक्त भारत की इकोनॉमी 2008 की ग्लोबल मंदी से उबरने की कोशिश कर रही थी, और निवेशक ग्लोबल बाजारों की रिकवरी और घरेलू आर्थिक सुधारों पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। सेंसेक्स ने चुनाव के बाद मामूली बढ़त दर्ज की, लेकिन उस समय बाजार का फोकस राज्य के चुनावी नतीजों पर नहीं, बल्कि दिल्ली सरकार की आर्थिक नीतियों और वॉल स्ट्रीट की चाल पर था।
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