सिर्फ GE-404 ही नहीं और भी डील होनी हैं… अमेरिका और भारत की डिफेंस डील पर इंडियन कर्नल ने PAK एक्सपर्ट को दिया मुंहतोड़ जवाब


तेजस हल्के लड़ाकू विमान कार्यक्रम के लिए भारत और अमेरिका के बीच बड़ी डील हुई है. डील के तहत अमेरिका भारत को 113 जीई-404 इंजन देगा. अब डील को लेकर पाकिस्तान टेंशन में आ गया और उसको इस डील से बड़ी परेशानी हो रही है. पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने डील को लेकर तंज कसते हुए सवाल किया है कि क्या भारत को ये इंजन मिल पाएंगे क्योंकि पिछली बार अमेरिका ने कोविड की वजह से ये देने से मना कर दिया था. उनके इन सवालों पर भारतीय सेना के कर्नल (रिटायर्ड) शैलेंद्र सिंह ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है.

कमर चीमा ने सवाल किया था कि 113 यूएस इंजन फाइटर जेट तेजस के लिए आ रहे हैं. पहले भी ये डील हुई थी, लेकिन तब अमेरिका ने ये जेट्स नहीं दिए थे. उन्होंने कहा कि इंडिया के मिग-21 फाइटर जेट्स रिटायर हो गए हैं. भारत कितना परेशान है इस वक्त क्योंकि पाकिस्तान ने अभी जो जंग हुई, उसमें भारत के जहाज गिराए, राफेल बड़े जेट थे, तो सवाल ये है कि क्या भारत सरकार किसी दबाव में है. 

कमर चीमा ने कर्नल शैलेंद्र सिंह से पूछा, ‘तो क्या आप सोचते हैं कि इंडियन एयरफोर्स अंडर प्रेशर है क्योंकि पहले इंजन नहीं मिले, मिग-21 रिटायर हो गए, कुछ जेट्स शॉट हो गए, तो आपका इस बारे में क्या सोचना है और क्या आपको लगता है कि अमेरिका इस बार इंजन भारत को देगा?’

कर्नल शैलेंद्र सिंह ने जवाब में कहा, ‘पांच साल पहले अमेरिका ने वो 99 इंजन कोविड की वजह से नहीं भेजे थे और ये बात आपने खुद ही बोल दी है. ये आपकी दिली ख्वाहिश हो सकती है कि वो 113 इंजन भारत को न भेजे जाएं, लेकिन 5 इंजन तो आ चुके हैं. वो तो ट्रायल पर चल रहे हैं, मुझे ये नहीं समझ आ रहा है कि आपको तकलीफ कहां पर है. डिफेंस डील हो रही है भारत और अमेरिका के बीच में पाकिस्तान को पता नहीं क्यों पेट दर्द हो रहा है कि डील क्यों हो रही है, वो होगी ही नहीं. ये होती है नेगेटिव सोच और वो आपके यहां बचपन से इतनी ज्यादा क्रिएट की जाती है आवाम में कि हर चीज की नेगेटिव बात आप सोच लेते हैं.’

कर्नल ने कमर चीमा से कहा, ‘आपको एक खुशखबरी देता हूं. ये GE-404 इंजन है, ये तो सिर्फ 1 बिलियन डॉलर का है हम डेढ बिलियन डॉलर का भी कुछ काम कर रहे हैं और वो है GE-414 इंजन, उसके ऊपर 200 की बात चल रही है और जो फाइनलाइज होगा ही होगा. आपके लिए एक और खुशखबरी है कि ऐसे ही मेक इन इंडिया इंजन बनाने की बात चल रही है. अमेरिका 80 प्रतिशत टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेगा.’

कर्नल शैलेंद्र सिंह ने पाक एक्सपर्ट से कहा कि आप अपनी पाकिस्तान की आवाम में मैच्योरिटी लाइए कि जब कोई जहाज रिटायर होता है तो उसको लाने में 1-2 साल नहीं पांच साल लगते हैं, जिसकी फ्यूचर प्लानिंग आपको करनी चाहिए. 

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