Market Outlook : Sensex-Nifty लगातार 7वें दिन बढ़त पर बंद, जानिए आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल – market outlook sensex-nifty closed on a positive note for the 7th consecutive day know how the market may move ahead

Stock market : 23 अप्रैल को निफ्टी 24,300 से ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा और भारतीय इक्विटी इंडेक्स मजबूत नोट पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 520.90 अंक या 0.65 फीसदी बढ़कर 80,116.49 पर और निफ्टी 161.70 अंक या 0.67 फीसदी बढ़कर 24,328.95 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1989 शेयरों में तेजी आई, 1832 शेयरों में गिरावट आई और 141 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेक्टोरल फ्रंट पर नजर डालें तो आईटी इंडेक्स में 4 फीसदी की तेजी आई, ऑटो इंडेक्स में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि पीएसयू बैंक,कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.5-1 फीसदी की गिरावट आई।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, विप्रो, इंफोसिस निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 फीसदी की बढ़त हुई।

एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) नेट बॉयर बने रहे और उन्होंने मंगलवार को 1,290.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार का कहना है कि एफआईआई की लगातार खरीदारी भारतीय इक्विटी के लिए सपोर्ट का एक मजबूत आधार रही है।

इस बीच प्रेसीडेंट ट्रंप ने फेड चेयरमैन के खिलाफ बयानबाजी में नरमी बरती है। बाजार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नरम लहजे से भी राहत महसूस की है। ट्रंप ने पहले फेड चेयर जेरोम पॉवेल की ब्याज दरों में तेजी से कमी न करने के लिए आलोचना की थी। लेकिन उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि पॉवेल को हटाने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, “मेरा उन्हें हटाने का कोई इरादा नहीं है। ” हालांकि उन्होंने फिर से केंद्रीय बैंक से दरों में कटौती पर विचार करने का आग्रह किया है।

विश्लेषकों का मानना ​​है कि ट्रंप की नई टिप्पणियों ने बाजार की घबराहट को कम करने में मदद की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फेड चेयरमैन को हटाने के कदम से वोलैटिलिटी बढ़ सकती है और अमेरिकी फाइनेंशियल सिस्टम में निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है।

जियोजित के आनंद जेम्स का कहना है कि चार्ट पर ‘स्पिनिंग टॉप’ कैंडलस्टिक का बनना मौजूदा रैली में एक अस्थायी ठहराव या हिचकिचाहट का संकेत हो सकता है। “जब तक आगे के संकेतों से पुष्टि नहीं होती, यह सिर्फ़ एक हल्का ठहराव माना जा सकता है, रिवर्सल नहीं। अब हमें निफ्टी 24,303-24,857 के आसपास जाता दिख सकता है जो दिसंबर का हाई है। उन्होंने आगे कहा कि 23,870 से नीचे की कोई भी गिरावट नजरिए को बदल सकती है और बाजार में कमजोरी आ सकती है। इस स्थिति में निफ्टी के लिए 23,600 के आसपास सपोर्ट देखने को मिल सकता है।

बाजार जानकारों का कहना है कि अगर सरकार पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करती है तो बाजार में शॉर्ट टर्म में वोलैटिलिटी बढ़ सकती है। वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिन्जकर ने कहा कि भारत के जवाबी हमले से शॉर्ट टर्म में बाजार वोलेटाइल हो सकता है लेकिन तेजी का ओवरऑल ट्रेंड तब तक बरकरार रहेगा जब तक कि स्थिति पूर्ण पैमाने पर युद्ध में न बदल जाए।

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उन्होंने आगे कहा कि जब तक भारत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त सैन्य कार्रवाई नहीं करता, तब तक बाजार की कोई भी प्रतिक्रिया सीमित ही रहेगी। हम पहले ही देख चुके हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में बाजार ने रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-चीन टैरिफ गतिरोध जैसी बड़ी घटनाओं के असर को कैसे पचा लिया है।

वहीं, अनुभवी मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने एक्स पर लिखे एक पोस्ट में कहा हैं कि बाजार शॉर्ट टर्म में सतर्क रह सकता है। भारतीय जवाबी कार्रवाई के पिछले उदाहरणों को देखें तो आमतौर पर स्टेबल होने से पहले बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली है।

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