रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़े मुस्लिम देश मोरक्को की धरती से पाकिस्तान को तगड़ा मैसेज दिया है. उन्होंने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने आतंकियों को उनका धर्म देखकर नहीं कर्म देखकर मारा था. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय फौज ने बगैर किसी नागरिक या सैन्य ठिकाने को नुकसान पहुंचाए 6 और 7 मई की मध्य रात्रि को पहलगाम आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय मोरक्को के दौरे पर हैं. मोरक्को की 99 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है. सोमवार (22 सितंबर, 2025) को मोरक्को की राजधानी रबात में उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए भारत के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप पर प्रकाश डाला, जो विभिन्न समुदायों के लोगों में भेदभाव नहीं करता है. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अब भारत की विशेषता देखो, आतंकवादियों ने हमारे देशवासियों को धर्म पूछकर मारा, मगर हम लोगों ने किसी का धर्म देखकर नहीं, उनका कर्म देखकर मारा है.’
राजनाथ सिंह बोले- हमने सिर्फ उनको मारा जिन्होंने हमारे मासूम लोगों की जान ली
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार भारत के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कोई किस धर्म में विश्वास रखता है, हमें उससे कोई दिक्कत नहीं है. इसके लिए हर कोई आजाद है, जो जिस धर्म को चाहे मान सकता है. कोई किसी भी धर्म से हो हम कभी किसी से भादभाव नहीं करते हैं. ये है भारत का चरित्र.’ रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने सिर्फ उनको मारा जिन्होंने हमारे मासूम लोगों की जान ली. हमने किसी नागरिक या किसी सैन्य ठिकाने को नुकसान नहीं पहुंचाया.
‘नागरिकों को मारना भारत का चरित्र नहीं’, बोले राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि हम चाहते तो किसी सैन्य ठिकाने या सिविलियन इलाके को निशाना बना सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया क्योंकि हमें भारत के चरित्र को कायम रखना चाहिए. राजनाथ सिंह रविवार से मोरक्को के दो दिवसीय दौरे पर हैं. मोरक्कों में यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री का पहला दौरा है.
राजनाथ सिंह को रिसीव करने पहुंचे मोरक्को मिलिट्री कमांड के हेड
रविवार को जब राजनाथ सिंह वहां पहुंचे तो कैसाब्लांका मोहम्मद वी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मोरक्को मिलिट्री कमांड के हेड वली ने उनको रिसीव किया. मोरक्को में भारत के राजदूत संजय राणा और इंडियन एसोसिएशन के प्रमुख समेत बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोगों ने एयरपोर्ट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय मासूम लोगों की हत्या कर दी गई थी. आतंकियों ने इन लोगों का धर्म पूछकर उन्हें गोली मार दी थी. हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में मौजूद आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया था. पहगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी.
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